गाजीपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने दिवाली से पहले महुआबाग के अग्रवाल स्वीट्स कारखाने से 1439 किलो मिलावटी देसी घी जब्त किया। इसकी कीमत करीब 9.35 लाख रुपये है। जांच के लिए घी के सैंपल लैब भेजे गए हैं।
गाजीपुर: दीपावली के त्योहार को देखते हुए गाजीपुर प्रशासन ने मिलावटखोरों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई की है। महुआबाग स्थित अग्रवाल स्वीट्स कारखाने से 1439 किलो मिलावटी देसी घी जब्त किया गया। अधिकारियों के अनुसार, इस घी की बाजार कीमत लगभग 9.35 लाख रुपये बताई जा रही है। छापेमारी की जानकारी खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन की टीम ने दी। उन्होंने बताया कि घी का सैंपल लैब में जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।
जांच के दौरान मिली चौंकाने वाली बात
जिलाधिकारी अविनाश कुमार के निर्देश पर एसडीएम सदर रवीश गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने कारखाने में डेढ़ से दो घंटे तक छानबीन की। जांच में पता चला कि प्रेम जी ब्रांड के नाम से बिकने वाला देसी घी शुद्ध नहीं था।
सहायक आयुक्त खाद्य रमेश चंद्र पांडेय ने बताया कि घी पूरी तरह लिक्विड था जबकि शुद्ध देसी घी अर्द्ध ठोस (सेमी सॉलिड) होना चाहिए। यह साफ संकेत है कि घी में मिलावट की गई थी।
मिठाइयों की तैयारी और अन्य निरीक्षण
टीम ने कारखाने में लगभग 500 किलो तैयार मिठाई भी देखी, हालांकि उसका सैंपल नहीं लिया गया। मौके पर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुमन कुमार मिश्र सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
कारखाने के कर्मचारी घी की गुणवत्ता पर कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई की सराहना की लेकिन सवाल उठाया कि त्योहारों पर कितनी अन्य दुकानों में मिलावट हो सकती है।
प्रशासन ने मिलावटखोरों को दी चेतावनी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दीपावली तक ऐसी छापेमारी जारी रहेगी ताकि लोगों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ मिलें। साथ ही, मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध मिठाई या घी की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें और केवल प्रमाणित दुकानों से ही खरीदारी करें।