गोरखपुर जिले में STF की एक विशेष टीम ने थाईलैंड-कनेक्टेड अपराध नेटवर्क की गतिविधियों की गहन जाँच शुरू की है।
जांच की शुरुआत इस बात से हुई कि विदेशी स्रोतों से चलने वाले किसी नेटवर्क द्वारा गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में अवैध गतिविधियाँ संचालित की जा रही थीं।
STF ने बताया कि संभावित तौर पर दक्षिण-एशिया से थाईलैंड होते हुए एक नेटवर्क फँसा हुआ है जो विभिन्न अपराधों में शामिल हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस नेटवर्क में विदेशी रिश्ते और ट्रांस-बॉर्डर (सीमा-पार) प्रकृति के लेन-देन हो सकते हैं।
STF ने इस मामले में फिलहाल मिल रही सूचना-व्यूहों की समीक्षा शुरू कर दी है तथा संदिग्ध ठिकानों पर छापे-तलाशी की संभावना जताई गई है।
अधिकारियों ने कहा है कि यह जाँच केवल स्थानीय अपराध तक सीमित नहीं होगी, बल्कि सम्बन्धित अंतरराष्ट्रीय लिंक-संबंधित मामलों तक फैली हो सकती है
अपराध-नेटवर्क का थाईलैंड जैसे दूरस्थ देश से जुड़कर काम करना यह संकेत देता है कि यह साधारण स्थानीय अपराध समूह नहीं है बल्कि अधिक संगठित स्वरूप का मामला हो सकता है।
ऐसे नेटवर्क में वित्तीय लेन-देनों, ट्रांसफर, आवाजाही और शायद लेबर/मानव तस्करी, मादक पदार्थ तस्करी या अन्य संगठित अपराधों के रूप भी हो सकते हैं।
जब विदेशी स्रोत एवं सीमा-पार गतिविधियाँ जुड़ जाती हैं, तो जाँच-प्रक्रिया जटिल हो जाती है और सहयोग-निगरानी जरूरत बहुत बढ़ जाती है।
आम नागरिकों से कहा गया है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चले (विशेष रूप से विदेशी नेट्वर्क या ट्रांस-बॉर्डर लेन-देनों संबंधी) तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।











