Reddit पर हाल ही में इंटरनेट के मालिक को लेकर चर्चा शुरू हुई, जिसमें दावा किया गया कि Google ही इंटरनेट है। Arin Verma ने Google की व्यापक पहुंच, सेवाओं और निवेश का हवाला देते हुए बताया कि कंपनी सर्च, AI, Maps और अन्य प्लेटफॉर्म्स में गहरी जड़ें जमा चुकी है। हालांकि विशेषज्ञों ने बताया कि इंटरनेट केवल Google तक सीमित नहीं, बल्कि यह वैश्विक नेटवर्क पर आधारित है।
Internet Ownership Debate: Reddit पर r/IndiaTech थ्रेड में यह बहस हुई कि इंटरनेट का असली मालिक कौन है। चर्चा अगस्त 2025 में शुरू हुई जब यूज़र @limsus ने X (पहले Twitter) पर Arin Verma का पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि Google ही इंटरनेट है। Verma ने कंपनी की AI सेवाओं, Maps, YouTube, Android और अन्य प्लेटफॉर्म्स में व्यापक हिस्सेदारी का हवाला दिया। विशेषज्ञों ने कहा कि वास्तविक इंटरनेट Google से कहीं बड़ा है और यह डेटा सेंटर्स, सर्वर और अंडरसी केबल्स के नेटवर्क पर आधारित है।
Reddit यूज़र्स ने किया व्यंग्य और तर्क
Reddit पर इस दावे को लेकर कई प्रतिक्रियाएं आईं। एक यूज़र ने मज़ाक में कहा, अगर TATA Communications अपनी फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क बंद कर दे तो Google को सर्च रिज़ल्ट डाक से भेजने पड़ेंगे। हालांकि यह कमेंट हास्यप्रद था, लेकिन इसमें सचाई भी छिपी थी।
असलियत यह है कि इंटरनेट केवल Google या किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक सीमित नहीं है। यह विशाल नेटवर्क टेलीकॉम कंपनियों, सर्वर और अंडरसी केबल्स के माध्यम से चलता है। Google की पहुँच व्यापक जरूर है, लेकिन इंटरनेट उससे कहीं बड़ा और जटिल है।
इंटरनेट की हकीकत
बहस ने यह साफ किया कि हम आमतौर पर इंटरनेट को Google के इकोसिस्टम से जोड़कर देखते हैं सर्च करना, वीडियो देखना, मैप्स का इस्तेमाल करनालेकिन वास्तविक इंटरनेट एक व्यापक नेटवर्क है, जो डेटा सेंटर्स, सर्वर और वैश्विक केबल्स के माध्यम से दुनिया भर में फैला हुआ है।
इस चर्चा ने यह साबित किया कि तकनीक और प्लेटफॉर्म की शक्ति को समझना और उसका सही परिप्रेक्ष्य रखना जरूरी है। इंटरनेट केवल एक कंपनी का नियंत्रण नहीं, बल्कि पूरे वैश्विक नेटवर्क का परिणाम है।