खाटूश्यामजी मंदिर में 26 अगस्त को भक्तों के लिए दर्शन बंद रहेंगे। मंदिर कमेटी के अनुसार, 25 अगस्त रात 10 बजे से 26 अगस्त शाम 5 बजे तक बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार, सेवा-पूजा और तिलक होगा। भक्तों से अनुरोध है कि वे दर्शन के लिए 26 अगस्त शाम 5 बजे के बाद ही आएं।
सीकर: खाटूश्यामजी के भक्तों के लिए एक अहम खबर है। यदि आप 26 अगस्त को खाटूश्यामजी मंदिर दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो इस दिन मंदिर के पट बंद रहेंगे। मंदिर कमेटी ने स्पष्ट किया है कि 25 अगस्त रात 10 बजे से लेकर 26 अगस्त शाम 5 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे। इस दौरान बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार, सेवा-पूजा और तिलक समारोह आयोजित किया जाएगा।
भक्तों से अपील की गई है कि वे दर्शन के लिए केवल 26 अगस्त शाम 5 बजे के बाद ही आएं। इससे न केवल भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सकेगा, बल्कि बाबा के भव्य और शांतिपूर्ण श्रृंगार-अर्चना का अनुभव भी बिना किसी बाधा के किया जा सकेगा।
मंदिर में विशेष अमावस्या आयोजन के दौरान दर्शन बंद
मंदिर कमेटी के अनुसार, हर अमावस्या के बाद खाटूश्यामजी का भव्य श्रृंगार और तिलक सेवा-पूजा की परंपरा निभाई जाती है। यह परंपरा भक्तों को बाबा श्याम के अनुष्ठानिक रूप और भव्य श्रृंगार का पूर्ण अनुभव कराने के लिए है।
मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने बताया, “हर अमावस्या के बाद यह विशेष आयोजन किया जाता है। बाबा श्याम का भव्य श्रृंगार और तिलक सेवा-पूजा पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न होती है। इसलिए आम भक्तों के दर्शन अस्थायी रूप से रोके जाते हैं।”
इस आयोजन में मंदिर की पूरी टीम सुबह से शाम तक पूरी तरह से पूजा-अर्चना में लगी रहती है और इसी वजह से भक्तों के लिए दर्शन में अस्थायी अवरोध होता है।
मंदिर प्रशासन ने भक्तों से की अपील
श्री श्याम मंदिर कमेटी ने भक्तों से विशेष अनुरोध किया है कि वे 25 अगस्त की रात से लेकर 26 अगस्त शाम 5 बजे तक मंदिर न आएं। अगर दर्शन करना अनिवार्य है, तो केवल शाम 5 बजे के बाद ही पधारें।
भक्तों के लिए सलाह है कि यात्रा से पहले मंदिर के आधिकारिक समय और नोटिस चेक कर लें। अनजाने में समय पर पहुंचने से उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ सकता है और दर्शन का अनुभव प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने कहा है कि इस प्रकार की सावधानी से सभी भक्तों की सुविधा सुनिश्चित की जा सकेगी।
मंदिर में पूजा के दौरान दर्शन बंद
यह कोई नया नियम नहीं है। दीपावली, होली, तीज-सिंजारा, रक्षा बंधन, बड़ी ग्यारस और फाल्गुनी लक्खी मेले जैसे बड़े पर्वों के बाद भी खाटूश्यामजी मंदिर में यह परंपरा निभाई जाती है।
भक्तों को जानकारी दी जाती है कि विशेष पूजा और श्रृंगार के दौरान दर्शन अस्थायी रूप से बंद रहते हैं। इस परंपरा से मंदिर में भक्तों के लिए भीड़ नियंत्रित रहती है और पूजा-अर्चना सुचारू रूप से संपन्न होती है।
भक्तों से समय पर दर्शन करने की अपील
- यात्रा योजना बनाते समय मंदिर के आधिकारिक समय की पुष्टि अवश्य करें।
- 26 अगस्त सुबह से शाम तक बाबा के दर्शन नहीं होंगे, इसलिए यात्रा 27 अगस्त या शाम 5 बजे के बाद करें।
- भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी या देर शाम का समय चुनें।
- अनजाने में मंदिर पहुंचने से लंबा इंतजार करना पड़ सकता है, इसलिए योजना बनाकर जाएं।
भक्तों से अपील है कि वे परिवार और मित्रों को भी इस जानकारी से अवगत कराएं, ताकि कोई असुविधा न हो।