ओडिशा के गजपति जिले में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसमें दो ग्रामीणों की मौत हो गई और दो अभी भी लापता हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं, जबकि अन्य जिलों में भी जलभराव और यातायात बाधित हुआ है।
भुवनेश्वर: ओडिशा के गजपति जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन में दो ग्रामीणों त्रिनाथ नायक और लक्ष्मण नायक की मौत हो गई, जबकि दो लोग अभी भी लापता हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की और राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी के लिए मंत्री विभूति भूषण जेना को भेजा। गजपति, रायगड़ा और कोरापुट जिलों में भारी बारिश से भूस्खलन, जलभराव और सड़कें बाधित हुई हैं, प्रशासन लगातार बचाव अभियान चला रहा है।
मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया गहरा शोक
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने ज़िला कलेक्टर से स्थिति की समीक्षा की और वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना को गजपति भेजकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए।
भूस्खलन की वजह और घटनास्थल
भूस्खलन बस्तिगुड़ा में आर. उदयगिरि थाने के अंतर्गत आया। बताया गया कि गांव के लोग घर लौट रहे थे तभी भारी चट्टानें गिरने से यह हादसा हुआ। गजपति एसपी जतिंद्र कुमार पंडा ने बताया कि रात में जेसीबी की मदद से मृतकों के शव निकाले गए और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसी तरह बुडिशिला गांव में एक और भूस्खलन के कारण सड़क जाम हो गई थी, जिसे प्रशासन ने साफ किया।
धारा पार करते समय भी हुई मौत
मोहना थाने के क्षेत्र में एक व्यक्ति धारा पार करते समय तेज बहाव में बह गया। प्रशासन और स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य किया, लेकिन व्यक्ति का शव बाद में बरामद हुआ। इसी तरह मोहना के बंधगुड़ा गांव में भूस्खलन के दौरान नदी पार करने की कोशिश कर रहे एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। इस शव को सुबह सुरक्षित निकाला गया क्योंकि पहले बचाव संभव नहीं था।
बारिश और मौसम का हाल
लगातार बारिश के कारण गजपति, रायगड़ा और कोरापुट जिलों में कई जगह भूस्खलन और जलभराव हुआ है। यातायात बाधित हो गया है और कई ग्रामीण इलाकों तक पहुँच मुश्किल हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इन जिलों में अति भारी वर्षा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने पहले से ही एहतियाती कदम उठाए थे, लेकिन प्राकृतिक आपदा की स्थिति के कारण नुकसान होने से बचाव मुश्किल हो रहा है।
लापता लोगों की तलाश जारी
भूस्खलन के बाद रायगड़ा ब्लॉक के कार्तिक शबर (70) और उनके बेटे राजीव शबर भी लापता हैं। प्रशासन और स्थानीय लोग उनकी तलाश में जुटे हुए हैं। राहत और बचाव दल लगातार प्रभावित क्षेत्रों में जा रहे हैं और सुरक्षित बचाव के प्रयास कर रहे हैं।
अधिकारियों ने प्रभावित गांवों में राहत शिविर स्थापित किए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। सड़कें साफ करने, भूस्खलन से फंसे वाहनों को निकालने और लापता व्यक्तियों की तलाश में प्रशासन पूरी ताकत झोंक रहा है। स्थानीय लोग प्रशासन के प्रयासों में मदद कर रहे हैं।