पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तरनतारन विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए शुक्रवार को पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू को आम आदमी पार्टी (आप) का उम्मीदवार घोषित किया। यह सीट जून में आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी।
चंडीगढ़: पंजाब में तरनतारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। जून 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस सीट पर उपचुनाव के लिए पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू को आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
संधू का राजनीतिक करियर
तरनतारन में आयोजित एक जनसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संधू के नाम की घोषणा करते हुए कहा, वह (संधू) आपकी पसंद हैं। इस दौरान सीएम मान स्थानीय ग्रामीण संपर्क सड़कों के निर्माण की परियोजना का उद्घाटन भी कर रहे थे। निर्वाचन आयोग ने अभी तक उपचुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है। हालांकि, राजनीतिक हलकों में अनुमान है कि चुनाव जल्द ही आयोजित किया जाएगा और इसे लेकर स्थानीय जनता और राजनीतिक दलों में सक्रियता बढ़ गई है। हरमीत सिंह संधू पहले भी तरनतारन सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनका राजनीतिक सफर इस प्रकार रहा है:
- 2002: निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत।
- 2007 और 2012: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के टिकट पर निर्वाचित।
- 2017 और 2022: चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
संधू जुलाई 2025 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे और अब उन्हें पार्टी ने उपचुनाव का जिम्मा सौंपा है। उनका अनुभव और स्थानीय पहचान उन्हें तरनतारन में मजबूत दावेदार बनाती है।
पिछला चुनाव और वोट शेयर
2022 के विधानसभा चुनाव में तरनतारन सीट पर कुल 16 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 12 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थीं। उस चुनाव में वोटिंग का वितरण इस प्रकार रहा था:
- कश्मीर सिंह सोहल (AAP): 52,935 वोट, वोट शेयर 40.45%
- हरमीत सिंह संधू (SAD): 39,347 वोट, वोट शेयर 30.06%
- धरमबीर अग्निहोत्री (कांग्रेस): 26,535 वोट, वोट शेयर 20.28%
इससे स्पष्ट है कि संधू की पकड़ स्थानीय राजनीति में अभी भी मजबूत है और उन्हें आम आदमी पार्टी की ओर से टिकट मिलने से उनकी स्थिति और सशक्त हुई है।