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राजस्थान के कोटा-बूंदी में बनेगा नया एयरपोर्ट: केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी, ओडिशा में छह लेन की रिंग रोड

राजस्थान के कोटा-बूंदी में बनेगा नया एयरपोर्ट: केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी, ओडिशा में छह लेन की रिंग रोड

केंद्रीय कैबिनेट की मंगलवार को हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इन फैसलों में सबसे प्रमुख हैं राजस्थान के कोटा-बूंदी में नया हवाई अड्डा और ओडिशा के कटक-भुवनेश्वर में छह लेन की एक्सेस-नियंत्रित रिंग रोड का निर्माण। केंद्रीय कैबिनेट ने कुल 9,814 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी।

नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को कई अहम और बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनका देश के विकास और बुनियादी ढांचे पर सीधा असर पड़ेगा। बैठक में सबसे बड़ा एलान राजस्थान के कोटा-बूंदी में 1,507 करोड़ रुपये की लागत से नए हवाई अड्डे के निर्माण का किया गया। यह हवाई अड्डा न केवल क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ाएगा बल्कि पर्यटन और व्यापार के लिहाज से भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इसके अलावा, केंद्रीय कैबिनेट ने ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर में छह लेन की एक्सेस-नियंत्रित रिंग रोड बनाने को भी हरी झंडी दिखाई है, जिसकी लागत 8,307 करोड़ रुपये आएगी। 

यह परियोजना दोनों शहरों की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगी और लॉजिस्टिक सुविधाओं को मजबूत करेगी। कुल मिलाकर, केंद्रीय कैबिनेट ने मंगलवार को कुल 9,814 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी, जो देश के विकास और बुनियादी ढांचे के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

कोटा-बूंदी में नया हवाई अड्डा

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि राजस्थान के कोटा-बूंदी में 1,507 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नया ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा बनाया जाएगा। इस परियोजना को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के आंतरिक वित्तीय स्रोतों से पूरा किया जाएगा।

  • हवाई अड्डे के लिए 1,089 एकड़ जमीन राजस्थान सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी।
  • नए हवाई अड्डे की क्षमता प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों को संभालने की होगी।
  • परियोजना को 24 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह हवाई अड्डा क्षेत्रीय संपर्क में सुधार करेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 162 हो गई है और हवाई यात्रियों की संख्या 16.8 करोड़ से बढ़कर 41.2 करोड़ हो गई है।

ओडिशा में छह लेन की रिंग रोड

केंद्रीय कैबिनेट ने ओडिशा में कटक-भुवनेश्वर-खोरधा के लिए छह लेन की एक्सेस-नियंत्रित कैपिटल रीजन रिंग रोड के निर्माण को भी मंजूरी दी। यह परियोजना हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर आधारित होगी और इसकी कुल पूंजी लागत 8,307.74 करोड़ रुपये है।

  • मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों पर अत्यधिक भीड़भाड़ को कम करना।
  • कटक, भुवनेश्वर और खोरधा शहरों से भारी वाणिज्यिक यातायात हटाना।
  • माल ढुलाई की दक्षता बढ़ाना और रसद लागत घटाना।
  • क्षेत्रीय सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।

यह परियोजना लगभग 110 किलोमीटर लंबी होगी और इसे ग्रीनफील्ड छह लेन वाले प्रवेश-नियंत्रित राजमार्ग के रूप में विकसित किया जाएगा। यह एनएच-55, एनएच-57, एनएच-655 और एसएच-65 से जुड़ी होगी, जिससे ओडिशा में प्रमुख आर्थिक, सामाजिक और रसद नोड्स को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

परियोजनाओं का राष्ट्रीय महत्व

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूर ये दोनों परियोजनाएं न केवल राज्यों के लिए लाभकारी हैं, बल्कि देश के बुनियादी ढांचे के विस्तार और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी। कोटा-बूंदी हवाई अड्डा: यह पश्चिमी भारत में हवाई संपर्क को मजबूत करेगा, रोजगार सृजन में मदद करेगा और स्थानीय पर्यटन व व्यापार को बढ़ावा देगा।

कटक-भुवनेश्वर रिंग रोड: यह पूर्वी भारत में माल और यात्री परिवहन को सुगम बनाएगी, प्रमुख शहरों से ट्रैफिक हटाकर समय और लागत दोनों की बचत करेगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, इन परियोजनाओं से भारत में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। यह न केवल यातायात की समस्याओं को हल करेगा, बल्कि रोजगार और निवेश के नए अवसर भी पैदा करेगा।

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