यूक्रेन के पश्चिमी इलाकों में रूस ने तीसरा सबसे बड़ा हमला किया। 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागी गई। एक व्यक्ति मरा, 15 घायल। पश्चिमी सहयोगियों की सप्लाई लाइन को निशाना बनाया गया। युद्ध अभी जारी है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के पश्चिमी इलाकों में रूस ने इस साल का तीसरा सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में रूसी बलों ने 574 ड्रोन और लगभग 40 मिसाइलें दागी हैं। यूक्रेनी एयरफोर्स के अनुसार ज्यादातर हमले पश्चिमी इलाकों पर केंद्रित थे। इस हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई और 15 अन्य घायल हुए।
पश्चिमी यूक्रेन क्यों बना निशाना
यूक्रेन का पश्चिमी हिस्सा देश के पूर्व और दक्षिणी फ्रंटलाइन से काफी दूर है। यह क्षेत्र पश्चिमी सहयोगियों की ओर से दी जाने वाली सैन्य मदद की डिलीवरी का मुख्य केंद्र माना जाता है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इसी वजह से रूस ने इस बार पश्चिमी यूक्रेन को टारगेट किया।
अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चर पर हमला
यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री साइबिहा ने बताया कि रूस ने पश्चिमी यूक्रेन में एक प्रमुख अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चर पर हमला किया। उन्होंने और कोई जानकारी साझा नहीं की। यह हमला रूस की रणनीति और लॉजिस्टिक सपोर्ट सिस्टम को नुकसान पहुँचाने के मकसद को दर्शाता है।
हवाई हमले की रणनीति
यूक्रेनी एयरफोर्स ने कहा कि इस हमले में 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें इस्तेमाल की गई हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ड्रोन की संख्या के हिसाब से यह इस साल रूस का तीसरा सबसे बड़ा हमला है और मिसाइलों के आधार पर यह आठवां सबसे बड़ा हमला माना गया।
यूक्रेन ने रूस को भी पहुंचाया नुकसान
जून में यूक्रेनी स्पेशल फोर्स ने रूस के हवाई ठिकानों को निशाना बनाकर लगभग 41 बॉम्बर तबाह किए थे। अनुमान है कि इस हमले में रूस की 30 फीसदी से ज्यादा बॉम्बर फ्लीट और रडार सिस्टम को नुकसान हुआ। यह कार्रवाई रूस के 477 ड्रोन और 60 मिसाइल के हमले के जवाब में की गई थी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्ध रोकने के कई प्रयास हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अलास्का में बैठक की थी, लेकिन यह बेनतीजा रही। इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूरोपीय नेताओं के साथ वॉशिंगटन में मुलाकात की, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया।