सीतामढ़ी में प्रेम प्रसंग के चलते युवक की हत्या का खुलासा हुआ है। आरोपी ने अपनी प्रेमिका के भाई की गला दबाकर और ईंट-पत्थर से वार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीन दिनों में केस सुलझाकर आरोपी को जेल भेज दिया।
सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले में प्रेम प्रसंग को लेकर हुई एक सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। 23 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय जानकी नगर में एक युवक का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। अब पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह हत्या प्रेमिका के भाई की थी, जिसे आरोपी ने अपने रिश्ते में बाधा मानकर मौत के घाट उतार दिया।
स्कूल में मिली लाश से मचा हड़कंप
घटना बथनाहा थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जानकी नगर की है। 23 अक्टूबर की सुबह स्कूल के एक कमरे में एक युवक का शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची बथनाहा थाने की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पहचान की प्रक्रिया शुरू की।
शव की पहचान गौतम कुमार, पिता सत्यनारायण सिंह, निवासी सोनमा, सीतामढ़ी के रूप में हुई। उसके शरीर पर चोट के निशान स्पष्ट रूप से दिख रहे थे, जिससे यह स्पष्ट था कि युवक की बेरहमी से हत्या की गई है। पुलिस ने तत्काल कांड संख्या 508/25 दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
तकनीकी सबूतों से खुला हत्याकांड का खुलाशा
पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन ट्रेसिंग और सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया। तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस को संदीप कुमार (निवासी दिग्घी, थाना-बथनाहा) पर शक हुआ। उसे हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने पूरे हत्याकांड की कहानी कबूल ली।
संदीप ने बताया कि वह गौतम की बहन से प्रेम करता था, लेकिन गौतम इस रिश्ते का विरोध कर रहा था। इसी वजह से दोनों के बीच तनाव बढ़ गया। रंजिश में संदीप ने 23 अक्टूबर को गौतम को बहाने से स्कूल बुलाया और वहां पहले गला दबाकर और फिर ईंट-पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी के घर से मिले अहम सबूत
पुलिस ने आरोपी के घर की तलाशी ली, जहां से मृतक का मोबाइल फोन, खून से सने कपड़े और चप्पल बरामद किए गए। यह सबूत आरोपी के अपराध की पुष्टि के लिए पर्याप्त साबित हुए। पुलिस ने सभी सामान जब्त कर संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सदर डीएसपी-2 आशीष आनंद ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह पूर्व-नियोजित थी। आरोपी ने गुस्से और जुनून में ऐसा कदम उठाया, जिसने दो परिवारों की खुशियां उजाड़ दीं। तीन दिनों में केस सुलझाने के लिए सीतामढ़ी पुलिस की कार्रवाई की सराहना की जा रही है।













