दिल्ली के वासुदेव घाट पर छठ पूजा के तीसरे दिन श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। भारी भीड़ और सुरक्षा इंतजाम के बीच पीएम नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
New Delhi: दिल्ली के यमुना किनारे वासुदेव घाट पर आज छठ महापर्व के तीसरे दिन का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा निभाई जाएगी। घाट पर बिहार और पूर्वांचल के लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं, जिनमें अधिकतर महिलाएं निर्जल व्रत रखकर छठी मइया की आराधना कर रही हैं। इस अवसर पर घाट और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा में शामिल हो सकते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां
वासुदेव घाट पर सुरक्षा का पूरा जायजा लिया गया है। स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात हैं। घाट के आस-पास की सड़कों और प्रवेश मार्गों की निगरानी के लिए सीसीटीवी और अन्य आधुनिक तकनीकी उपकरण लगाए गए हैं। सुरक्षा कारणों से भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष उपाय किए गए हैं ताकि पूजा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। प्रशासन ने घाट पर आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराई हैं।
देशभर में छठ महापर्व का उत्सव

छठ महापर्व दिल्ली तक ही सीमित नहीं है। बिहार के पटना, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग घाटों पर इस पर्व को बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। श्रद्धालु निर्जल व्रत रखते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं और छठी मइया की आराधना करते हैं। मुंबई के जुहू बीच पर भी बड़ी संख्या में लोग शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए एकत्र होंगे। वहीं, लखनऊ में गोमती नदी के घाट पर उत्सव का विशेष आयोजन है, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन करेंगे।
छठ पूजा का महापर्व धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे प्राकृतिक तत्वों—सूर्य और जल—की उपासना के रूप में मनाया जाता है। श्रद्धालु निर्जल व्रत रखकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करते हैं। इस पर्व में सामाजिक सद्भाव और सामूहिक भागीदारी का संदेश भी निहित है। महिलाएं पारंपरिक परिधान पहनकर घाटों पर आती हैं और समूह में पूजा करती हैं, जिससे स्थानीय समुदाय में एकता और मेलजोल बढ़ता है।
पीएम मोदी का मन की बात में छठ पूजा पर संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'मन की बात' कार्यक्रम में छठ महापर्व का जिक्र करते हुए इसे सामाजिक सद्भाव का सुंदर उदाहरण बताया। उन्होंने देशवासियों को इस पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि देश-दुनिया में कहीं भी रहने वाले लोग इस अनूठे उत्सव में शामिल होकर उसके अनुभव का आनंद लें। पीएम मोदी ने इस अवसर को देश की संस्कृति और परंपराओं को मान्यता देने वाला पर्व करार दिया।













