फिल्म प्रेमियों के लिए आज बड़ा दिन है। 'सॉन्ग्स ऑफ पैराडाइज' का ट्रेलर सोमवार को रिलीज़ कर दिया गया है। यह फिल्म कश्मीर की पहली महिला सिंगर नूर बेगम (राज बेगम) की जिंदगी और संघर्ष पर आधारित है। फिल्म इस महीने ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी।
एंटरटेनमेंट: फिल्म 'सॉन्ग्स ऑफ पैराडाइज' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है और इसे इसी महीने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ किया जाएगा। फिल्म में सोनी राजदान और सबा आजाद मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगी। यह फिल्म कश्मीर की पहली महिला सिंगर नूर बेगम (राज बेगम) की जिंदगी पर आधारित है और उनके संघर्ष, सफलता और संगीत के प्रति उनके समर्पण को पर्दे पर उतारती है।
सॉन्ग्स ऑफ पैराडाइज' फिल्म की कहानी
'सॉन्ग्स ऑफ पैराडाइज' कश्मीर की मशहूर गायिका राज बेगम पर आधारित है, जिन्हें कश्मीर की 'मेलोडी क्वीन' के नाम से जाना जाता है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि किस तरह एक ऐसे समय में जब कश्मीर में महिलाओं को सार्वजनिक रूप से गाने की अनुमति नहीं थी, राज बेगम ने परिवर्तित नाम 'नूर बेगम' के साथ अपने सपने को साकार किया।
फिल्म में उनका संघर्ष, विरोध झेलना और मेहनत के जरिए लोकप्रियता हासिल करना दिखाया गया है। यह कहानी न केवल संगीत के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि सपनों की दिशा में कठिनाइयाँ रोक नहीं सकतीं।
सोनी राजदान और सबा आजाद लीड रोल में
फिल्म में सोनी राजदान और सबा आजाद ने राज बेगम का रोल निभाया है। सोनी राजदान ने नूर बेगम के वृद्धावस्था वाले काल को और सबा आजाद ने उनकी युवा अवस्था को दर्शाया है। ट्रेलर में शुरुआत में सोनी राजदान से पूछा जाता है, "आपकी कहानी लोगों तक कैसे पहुंचेगी?" उनका जवाब है, "आपकी कहानी लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है।
इसके बाद सबा आजाद के रूप में राज बेगम का संघर्ष और सपना दिखाई देता है। वह अपनी मां की चिंता और सामाजिक दबावों के बावजूद संगीत में मग्न रहती हैं। उनका कहना है, खुदा ने औरतों को सिर्फ शादी करने के लिए जमीन पर नहीं भेजा है। राज बेगम को उनके उस्ताद से संगीत की ट्रेनिंग और विश्वास मिलता है। उस्ताद कहते हैं, अगर तुम मेहनत करने को तैयार हो, तो मैं तुम्हें सिखाने को तैयार हूं।
उनके सहेलियों द्वारा कहा जाता है कि कश्मीर में किसी लड़की को सिंगर बनने की इजाजत नहीं है, लेकिन राज बेगम दृढ़ रहती हैं, पर बन तो सकती है न।उनकी मेहनत और लगन के कारण राज बेगम को संगीत जगत में पहचान मिलती है। उन्हें सार्वजनिक रूप से गाने का अवसर मिलता है, और उनका नाम बदलकर नूर बेगम रखा जाता है। फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि राज बेगम को अपने परिवार और समाज से विरोध झेलना पड़ा।
जब उनके गाने की खबर घर में फैलती है, तो वह स्वयं सवाल करती हैं, मैं कुछ गलत तो नहीं कर रही?" उनके उस्ताद का जवाब होता है, "अब कुछ नहीं करोगी तो गलत करोगी। अब यह आवाज़ कैद नहीं रह सकती। इस तरह राज बेगम अपने सपनों को साकार करती हैं और दुनिया को एक सुरीली और प्रेरणादायक गायिका के रूप में मिलती हैं।
फिल्म का निर्देशन दानिश रेन्जू ने किया है। ट्रेलर में राज बेगम के संघर्ष और उनकी गायकी की झलक देखने को मिलती है। फिल्म 29 अगस्त से प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी।