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 SpiceJet शेयरों में 5% गिरावट, जून तिमाही के घाटे से निवेशक सतर्क, जानें पुरी रिपोर्ट

 SpiceJet शेयरों में 5% गिरावट, जून तिमाही के घाटे से निवेशक सतर्क, जानें पुरी रिपोर्ट

SpiceJet के शेयरों में 8 सितंबर को 5% तक की गिरावट आई। जून तिमाही में कंपनी को ₹237 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में मुनाफा था। EBITDA भी घाटे में रहा। एयरलाइन की नेटवर्थ सुधरी है, लेकिन ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने शेयरों के लिए ‘होल्ड’ रेटिंग और ₹40 का टारगेट प्राइस दिया।

SpiceJet Shares: SpiceJet के शेयरों में 8 सितंबर को 5% तक की गिरावट दर्ज की गई, जो जून तिमाही के नतीजों के ऐलान के बाद आया। कंपनी को इस तिमाही में ₹236.6 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में मुनाफा था। EBITDA आधार पर घाटा ₹18 करोड़ रहा। एयरलाइन ने बताया कि ग्राउंडिंग, एयरस्पेस बैन और एयर इंडिया दुर्घटना के कारण कमजोर मांग ने नतीजों पर असर डाला। इसके बावजूद नेटवर्थ ₹446 करोड़ पर पहुंच गई है। निवेशकों के लिए ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने शेयरों को ‘होल्ड’ रेटिंग दी और टारगेट प्राइस ₹40 रखा।

जून तिमाही के नतीजे

स्पाइसजेट ने शुक्रवार, 5 सितंबर को अपने जून तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसे 236.6 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में कंपनी 158.6 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। EBITDA आधार पर भी कंपनी को 18 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 402 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया गया था।

कंपनी ने कहा कि जून तिमाही में प्रति उपलब्ध सीट पर पैसेंजर रेवेन्यू प्रति किलोमीटर (ASKMs) 4.74 रुपये रहा। वहीं पैसेंजर लोड फैक्टर (PLF) इस दौरान 86 प्रतिशत पर मजबूत रहा। इस आंकड़े से कंपनी की मजबूती और ग्राहकों की निरंतर पसंद का पता चलता है।

स्पाइसजेट ने यह भी बताया कि ग्राउंडेड एयरक्राफ्ट, एयरस्पेस बैन और 12 जून को एयर इंडिया के एक विमान दुर्घटना के बाद कमजोर मांग ने इस तिमाही के नतीजों पर असर डाला। हालांकि, कंपनी की नेटवर्थ स्थिति सुधरी है। जून 2025 तक कंपनी की नेटवर्थ 446 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 2,398 करोड़ रुपये के घाटे में थी।

कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी जून 2025 तक 33.46 प्रतिशत रही।

कंपनी के बयान

स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने कहा, "यह तिमाही एविएशन इंडस्ट्री की असाधारण चुनौतियों को दर्शाती है। जियोपॉलिटिकल अस्थिरता, एयर रूट्स पर रोक और सप्लाई चेन समस्याओं के बावजूद कंपनी मजबूती दिखा रही है। हम फ्लीट रिलायबिलिटी बढ़ाने, लागत घटाने और नेटवर्क विस्तार पर काम कर रहे हैं। हमें आने वाली तिमाहियों में रिकवरी को लेकर भरोसा है।"

अजय सिंह ने यह भी कहा कि कंपनी ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने और संचालन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लगातार निवेश कर रही है।

निवेशकों की चिंता

स्पाइसजेट के जून तिमाही के कमजोर नतीजों के बाद निवेशकों में चिंता देखने को मिल रही है। शेयर बाजार में तेज गिरावट से कई निवेशक अपने निवेश को लेकर सतर्क हो गए हैं। कारोबारियों का मानना है कि स्पाइसजेट को अब अपनी लागत और परिचालन खर्च पर काबू पाना होगा, ताकि भविष्य में मुनाफा बढ़ाया जा सके।

ब्रोकरेज फर्मों की राय

ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने स्पाइसजेट के शेयरों के लिए 'होल्ड' की रेटिंग दी है। फर्म ने कंपनी के टारगेट प्राइस को 48 रुपये से घटाकर 40 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी का जून तिमाही में प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा। Nuvama ने कहा कि ASKM और PLF अच्छे रहे, लेकिन CASK (Cost per Available Seat Kilometer) अधिक होने से नतीजों पर नकारात्मक असर पड़ा।

विश्लेषकों का मानना है कि एयरलाइन इंडस्ट्री की वर्तमान चुनौतियों, जैसे ईंधन की बढ़ती कीमत, एयरस्पेस बैन और ग्राउंडिंग की समस्याओं का असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा है।

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