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सरकार ने हटाई अमिताभ बच्चन की साइबर कॉलर ट्यून, अब सीधे जुड़ेगा कॉल

नई दिल्ली: अगर आप भी हर बार फोन मिलाने पर सबसे पहले अमिताभ बच्चन की भारी आवाज में साइबर क्राइम से जुड़ी चेतावनी सुन-सुन कर परेशान हो चुके थे, तो अब राहत की सांस ले सकते हैं। सरकार ने आखिरकार इस कॉलर ट्यून को हटाने का फैसला किया है। अब फोन करने पर सीधे कॉल कनेक्ट होगा और महानायक की आवाज बीच में नहीं आएगी।

दरअसल, पिछले कई महीनों से जब भी कोई मोबाइल फोन से किसी नंबर पर कॉल करता था, तो सबसे पहले अमिताभ बच्चन की आवाज सुनाई देती थी। इसमें वे लोगों को साइबर फ्रॉड के बारे में आगाह करते थे और सतर्क रहने की सलाह देते थे। इस ट्यून का मकसद लोगों को साइबर ठगी से बचाने की दिशा में जागरूक करना था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, यह कॉलर ट्यून आम जनता के लिए परेशानी का सबब बनती गई।

इस ट्यून से क्यों परेशान हुए लोग

शुरुआत में जब यह साइबर जागरूकता कॉलर ट्यून आई थी, तब लोगों ने इसे गंभीरता से लिया। लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरा, यह ट्यून एक आदत बन गई और फिर धीरे-धीरे एक झुंझलाहट का कारण भी। खासकर तब जब किसी को इमरजेंसी में कॉल करनी होती थी, तो इस ट्यून को काटकर सीधे बात नहीं हो पाती थी। कई बार लोगों ने शिकायत की कि वे समय पर एम्बुलेंस, पुलिस या अन्य जरूरी सेवाओं को नहीं कॉल कर पाए क्योंकि 30 से 40 सेकेंड तक अमिताभ बच्चन की आवाज बजती रही।

इससे तंग आकर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर प्रतिक्रियाएं दीं। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोग अपनी नाराजगी व्यक्त करने लगे। कुछ ने मजाक में तो कुछ ने गुस्से में अमिताभ बच्चन को ही इसका जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया।

सरकार ने क्यों हटाई ट्यून

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फैसला सरकार द्वारा एक तय अवधि तक चलाए गए साइबर जागरूकता अभियान के पूरा हो जाने के बाद लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि यह अभियान सीमित समय के लिए था और अब इसकी समयावधि खत्म हो गई है। साथ ही बढ़ती शिकायतों और जनता की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस कॉलर ट्यून को हटाने का कदम उठाया।

इस अभियान के तहत सरकार साइबर अपराधों के खिलाफ देशभर में जागरूकता फैलाना चाहती थी। ऑनलाइन फ्रॉड, फर्जी लिंक, ओटीपी धोखाधड़ी, यूपीआई स्कैम जैसे मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही थी। ऐसे में लोगों को सतर्क करने के लिए यह पहल शुरू की गई थी, जिसमें अमिताभ बच्चन की लोकप्रियता और विश्वसनीयता का लाभ लिया गया।

ट्रोलिंग का शिकार हुए अमिताभ बच्चन

जैसे-जैसे ट्यून से लोगों की झुंझलाहट बढ़ी, वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन को लेकर नाराजगी भी सामने आने लगी। कई यूजर्स ने उन्हें ट्रोल किया और कहा कि उन्हें फोन कॉल पर सुनना अब सहन नहीं हो पा रहा। किसी ने मजाक उड़ाया तो किसी ने गुस्से में जवाब दिया। कुछ ने तो यहां तक कह दिया कि इमरजेंसी में आपकी आवाज से दिक्कत हो रही है, कृपया चुप रहिए।

ट्रोलिंग का जवाब खुद अमिताभ बच्चन ने भी दिया। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी निर्णय नहीं था। एक यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, सरकार ने जो कहा, हमने कर दिया। इससे साफ हो गया कि वह केवल सरकार के कहने पर अपनी आवाज दे रहे थे और खुद से यह काम नहीं कर रहे थे।

पहले कोरोना में भी दी थी आवाज

गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं था जब अमिताभ बच्चन की आवाज फोन कॉल पर सुनाई दी हो। इससे पहले कोरोना वायरस के समय भी जब महामारी का खतरा था, तब भी अमिताभ बच्चन ने कॉलर ट्यून के जरिए लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की थी।

वह कॉलर ट्यून भी कई महीनों तक चली थी और तब भी लोगों को शुरू में अच्छा लगा था, लेकिन बाद में वह भी झुंझलाहट का कारण बन गई थी। इस बार साइबर फ्रॉड को लेकर आई कॉलर ट्यून ने भी वैसी ही स्थिति बना दी।

लोगों ने जताई राहत

अब जब सरकार ने यह ट्यून हटाने का फैसला किया है, तो सोशल मीडिया पर लोगों ने राहत जताई है। ट्विटर पर कई लोगों ने खुशी जाहिर की कि अब उन्हें बार-बार एक ही बात सुनने से छुटकारा मिल गया है। कुछ लोगों ने तो मजाक में लिखा कि अब फोन करना फिर से आसान लगने लगा है।

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