टेक इंडस्ट्री 2025 में भारी संकट से गुजर रही है। इस साल अब तक 1.12 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। अमेजन, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, TCS और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों ने AI और ऑटोमेशन के चलते बड़े पैमाने पर कटौती की है। वैश्विक स्तर पर यह बदलाव टेक वर्कफोर्स के लिए चेतावनी माना जा रहा है।
Take Layoff 2025: 2025 में वैश्विक टेक सेक्टर में बड़े पैमाने पर छंटनी का दौर जारी है, जिसमें अब तक 218 कंपनियों से 1.12 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी जा चुकी है। अमेरिका से भारत और यूरोप तक अमेजन, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, TCS और गूगल जैसी प्रमुख कंपनियों ने AI और ऑटोमेशन को अपनाने, लागत घटाने और बिजनेस री-स्ट्रक्चरिंग के चलते कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह परिवर्तन लंबे समय तक चलेगा और टेक प्रोफेशनल्स के लिए नए कौशल सीखना अब जरूरी हो गया है।
अमेजन और इंटेल का बड़ा कदम
अमेजन में 30,000 रोल खत्म
अमेजन ने इस साल सबसे बड़े लेऑफ ड्राइव में 30,000 कॉरपोरेट रोल्स खत्म किए। कंपनी ने AWS, ऑपरेशंस और HR टीमों में कटौती की। CEO एंडी जैसी ने कहा कि कंपनी AI-ड्रिवन ऑटोमेशन के जरिए लागत कम कर स्टार्टअप कल्चर में काम करना चाहती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वॉल स्ट्रीट के दबाव और प्रतिस्पर्धी माहौल ने कंपनी पर खर्च घटाने की मजबूरी बढ़ाई।

इंटेल में 22% वर्कफोर्स कम
इंटेल ने नई लीडरशिप के साथ 24,000 कर्मचारियों को बाहर किया। अमेरिका, जर्मनी और भारत सहित कई देशों में लेऑफ किए गए। CEO लिप-बू टैन ने कहा कि चिप इंडस्ट्री में AI आधारित सिस्टम्स के बढ़ते उपयोग और तेजी से बदलते बाजार ने कठोर फैसलों की जरूरत पैदा की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने प्रदर्शन और डिपार्टमेंटल समीक्षा के आधार पर कटौती की।
भारत में भी असर, TCS ने बदला स्ट्रेटेजिक फोकस
TCS में लगभग 20,000 नौकरियां गईं
भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी TCS ने सितंबर तिमाही में 19,755 कर्मचारियों की छंटनी की। कंपनी अब AI और मशीन लर्निंग आधारित प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दे रही है, जिससे पारंपरिक स्किल वाले कर्मचारियों की मांग घटी।
IT हब बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में इस बदलाव का सीधा असर देखा गया।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल भी पीछे नहीं
माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 9,000 कर्मचारियों को निकाला, जबकि गूगल ने क्लाउड और एंड्रॉयड यूनिट्स में कटौती की। सेल्सफोर्स ने AI सपोर्ट सिस्टम बढ़ने के कारण 4,000 पद खत्म किए। कंपनियों का कहना है कि AI अब कस्टमर क्वेरी हैंडलिंग और कई टेक रोल्स की जगह ले रहा है।
2025 टेक इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट की तरह दिख रहा है। AI टेक्नोलॉजी जहां एक तरफ इंडस्ट्री को स्मार्ट बना रही है, वहीं लाखों नौकरियों को बदल भी रही है। आने वाले महीनों में स्किल अपग्रेडेशन और AI-फ्रेंडली टैलेंट की मांग और बढ़ सकती है। यह दौर उन प्रोफेशनल्स के लिए चुनौती और अवसर दोनों लेकर आया है, जो नई तकनीकों को अपनाने तैयार हैं।












