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ट्रंप प्रशासन का नया प्रस्ताव: विदेशी छात्रों के वीजा पर बढ़ेगी सख्ती, जानें क्या है नए नियम

ट्रंप प्रशासन का नया प्रस्ताव: विदेशी छात्रों के वीजा पर बढ़ेगी सख्ती, जानें क्या है नए नियम

अमेरिका ने विदेशी छात्रों के लिए स्टूडेंट वीजा पर नए नियम प्रस्तावित किए हैं। अब वीजा 4 साल के लिए ही मान्य होगा। लंबी अवधि वाले कोर्स, जैसे PhD और मेडिकल छात्रों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

US Student Visa Rule: अमेरिका लंबे समय से दुनिया भर के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा (Higher Education) का सबसे बड़ा केंद्र रहा है। यहाँ के विश्वविद्यालय और कॉलेज विदेशी छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। लेकिन अब अमेरिकी प्रशासन की नई नीति के कारण विदेशियों के लिए अमेरिका में पढ़ाई करना पहले जैसी आसान प्रक्रिया नहीं रह जाएगी।

ट्रंप प्रशासन ने स्टूडेंट वीजा (Student Visa) को लेकर नए नियमों का प्रस्ताव रखा है। इस नियम का असर छात्रों की पढ़ाई की अवधि पर पड़ सकता है और अमेरिका में पढ़ाई करने का सपना देखने वाले लाखों युवाओं की योजनाओं पर असर पड़ सकता है।

नया प्रस्ताव: F-1 वीजा धारकों की पढ़ाई की अवधि सीमित

अमेरिका में पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों, यानी F-1 वीजा धारकों के लिए ट्रंप प्रशासन ने एक नया प्रस्ताव रखा है। इसके तहत अब विदेशी छात्र केवल चार साल तक अमेरिका में पढ़ाई कर सकेंगे। यदि किसी छात्र का कोर्स चार साल से अधिक लंबा है, तो उसे नया स्टूडेंट वीजा लेना होगा। यदि छात्र नया वीजा नहीं लेता है तो उसे अमेरिका छोड़ना पड़ेगा।

यह नियम अभी सिर्फ Proposed Rule है। इसका मतलब यह है कि यह तुरंत लागू नहीं हुआ है। अमेरिकी प्रशासन ने इसे सार्वजनिक किया है और लोगों को सुझाव देने का अवसर दिया गया है। पब्लिक को 30 दिन का समय दिया गया है ताकि वे इस पर अपनी आपत्तियां या सुझाव भेज सकें।

अमेरिका में पहले स्टूडेंट वीजा कैसे काम करता था

नए नियम लागू होने से पहले, अमेरिका में विदेशी छात्र अपने कोर्स की अवधि के दौरान स्टूडेंट वीजा पर पूरी तरह से अमेरिका में रह सकते थे। इसे Duration of Status कहा जाता था। इसका मतलब था कि जब तक छात्र किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में फुल-टाइम पढ़ाई कर रहा है, वह अमेरिका में रह सकता है।

यह नियम 1978 में लागू किया गया था। इस नियम के तहत छात्र अपनी पढ़ाई पूरी होने तक अमेरिका में रह सकते थे। कई छात्र इसके बाद इंटर्नशिप या रिसर्च भी करते थे, लेकिन नए प्रस्तावित नियम में इस सुविधा को सीमित किया गया है।

नए नियम का मुख्य उद्देश्य

नए नियम का उद्देश्य अमेरिकी शिक्षा प्रणाली में सुधार लाना और छात्रों की स्टे अवधि को नियंत्रित करना बताया जा रहा है। डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने घोषणा की है कि विदेशी छात्र और एक्सचेंज विजिटर्स अब पढ़ाई के लिए अमेरिका आ सकते हैं, लेकिन केवल चार साल के लिए।

नए नियम के अनुसार, स्टूडेंट वीजा केवल चार साल के लिए वैध माना जाएगा। अगर किसी छात्र का कोर्स चार साल से ज्यादा लंबा है, तो उसे नया वीजा लेना होगा। यदि छात्र नया वीजा नहीं लेता, तो उसे अमेरिका छोड़ना होगा।

किस पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

इस नियम का सबसे अधिक असर उन छात्रों पर पड़ सकता है जिनकी पढ़ाई चार साल से अधिक लंबी होती है। इनमें PhD, रिसर्च, मेडिकल और कुछ स्पेशलाइजेशन कोर्स शामिल हैं। ऐसे छात्रों को हर चार साल के बाद नया वीजा लेना होगा। इस बदलाव से अमेरिका में पढ़ाई करने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या पर असर पड़ सकता है। कई छात्र अब अमेरिका जाने का विकल्प छोड़ सकते हैं और अन्य देशों जैसे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया या यूके की ओर रुख कर सकते हैं।

छात्रों और विश्वविद्यालयों की प्रतिक्रिया

विदेशी छात्रों के लिए अमेरिका में शिक्षा का सपना एक बड़ा अवसर होता है। नए प्रस्तावित नियमों से छात्रों में चिंता बढ़ गई है। छात्र अब अपने कोर्स की योजना बनाने में अधिक सावधानी बरतेंगे। यूनिवर्सिटी और कॉलेज प्रशासन भी इस बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं। विदेशी छात्रों की संख्या में कमी आने से ट्यूशन फीस, रिसर्च प्रोजेक्ट्स और कैंपस की विविधता पर असर पड़ सकता है।

क्या है सुझाव देने की प्रक्रिया

अमेरिकी प्रशासन ने नए नियम पर जनता की राय लेने का प्रस्ताव रखा है। पब्लिक को 30 दिन का समय दिया गया है ताकि वे अपने सुझाव और आपत्तियां DHS को भेज सकें। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि नियम लागू होने से पहले विभिन्न हितधारकों की राय सामने आए।

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