उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के मानसून सत्र से पहले सभी विधायकों से सकारात्मक चर्चा की अपील की है। उन्होंने विपक्ष से शालीनता और सहयोग की उम्मीद जताई, ताकि प्रदेश के विकास को बल मिल सके। वहीं, समाजवादी पार्टी ने चार दिन के संक्षिप्त सत्र पर सवाल उठाते हुए इसे लोकतंत्र के लिए अनुचित बताया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 11 अगस्त से शुरू होकर 14 अगस्त को समाप्त होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के पहले सभी विधायकों से सदन में सकारात्मक और रचनात्मक चर्चा करने की अपील की है। उन्होंने विपक्ष से अनुरोध किया कि वे अनावश्यक व्यवधान न डालें, अन्यथा जनता उन्हें जवाबदेह ठहराएगी। इस सत्र में प्रदेश के विकास से जुड़े बाढ़, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। वहीं, समाजवादी पार्टी ने चार दिन के संक्षिप्त सत्र को लेकर असंतोष व्यक्त किया है।
सीएम योगी की सकारात्मक चर्चा की अपील
मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में विधायकों से सदन में सकारात्मक और रचनात्मक संवाद बनाए रखने को कहा। उन्होंने विपक्षी दलों से अपेक्षा जताई कि वे सत्र में अनावश्यक बाधा न डालें और राज्य के विकास कार्यों पर फोकस करें। सीएम ने कहा कि यह सत्र 25 करोड़ उत्तर प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अहम है और इसमें बाढ़, जलजमाव, स्वास्थ्य व शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श होगा।
विपक्ष की आपत्ति और राजनीतिक विवाद
वहीं, समाजवादी पार्टी ने चार दिन के सीमित सत्र को लेकर असंतोष जताया है। सपा के नेता शिवपाल सिंह यादव ने इसे सरकार की नाकामियों को छुपाने की कोशिश बताया है। उन्होंने कहा कि इतना छोटा सत्र लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है और इसमें जनहित के मुद्दों की समुचित चर्चा नहीं हो पाएगी। विपक्ष का यह रवैया आगामी सत्र की कार्यवाही में राजनीतिक गरमाहट बढ़ा सकता है।