HPCL, BPCL और IOC में 3% तक तेजी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और एक्साइज ड्यूटी बढ़ोतरी के बीच निवेशकों के लिए टेक्निकल चार्ट्स पर नजर रखने का समय।
Oil PSU Stocks: इस हफ्ते मंगलवार को HPCL, BPCL और IOC जैसे सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में 3% तक की मजबूती देखने को मिली। इस उछाल के पीछे दो प्रमुख वजहें मानी जा रही हैं — पहली, सरकार द्वारा पेट्रोल और डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी ₹2 प्रति लीटर बढ़ाना, और दूसरी, अमेरिका में क्रूड ऑयल की कीमतों में आई तेज गिरावट।
Crude Oil में बड़ी गिरावट से कंपनियों को राहत
बीते चार दिनों में अमेरिकी क्रूड फ्यूचर्स की कीमतें 15% से ज्यादा गिर चुकी हैं और अब ये $61.50 प्रति बैरल के करीब ट्रेड कर रही हैं, जो कि इस साल के हाई $80.40 से लगभग 24% नीचे है। तेल की ये गिरती कीमतें तेल विपणन कंपनियों (OMCs) की लागत को घटाती हैं और मार्जिन बढ़ा सकती हैं।
Excise Duty का असर सीमित रहेगा
सरकार ने भले ही एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई हो, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका असर इन कंपनियों की कमाई पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। टेक्निकल चार्ट्स के अनुसार HPCL और BPCL के स्टॉक्स में अभी भी अच्छी तेजी की गुंजाइश दिख रही है।
HPCL (Hindustan Petroleum)
वर्तमान कीमत: ₹363
संभावित रिटर्न: 29.5%
सपोर्ट लेवल: ₹346, ₹335, ₹324
रेजिस्टेंस लेवल: ₹373, ₹397
HPCL अपने 20-मंथली मूविंग एवरेज के पास मजबूत सपोर्ट बना रहा है। अगर यह ₹373 और ₹397 के ऊपर क्लोज होता है, तो इसका अगला टारगेट ₹470 हो सकता है।
BPCL (Bharat Petroleum)
वर्तमान कीमत: ₹280
संभावित रिटर्न: 30.4%
सपोर्ट लेवल: ₹275, ₹255
रेजिस्टेंस लेवल: ₹295, ₹300
अगर BPCL ₹275 से नीचे नहीं जाता है और ₹300 का रेजिस्टेंस तोड़ता है, तो ये ₹365 तक का सफर तय कर सकता है।
IOC (Indian Oil)
वर्तमान कीमत: ₹130
संभावित गिरावट: 23.1%
सपोर्ट लेवल: ₹122.80, ₹114
रेजिस्टेंस लेवल: ₹134.50, ₹140
IOC फिलहाल कमजोर टेक्निकल पोजिशन में है। ₹140 के ऊपर क्लोजिंग मिलने तक इसमें निवेश से बचने की सलाह दी जा रही है।
निवेशक क्या करें?
HPCL और BPCL जैसे स्टॉक्स मौजूदा स्तरों पर निवेश के लिए बेहतर माने जा रहे हैं, खासकर जब क्रूड की कीमतें लगातार नीचे आ रही हों। वहीं IOC में सतर्क रहना बेहतर है जब तक कि कोई मजबूत ब्रेकआउट न मिले।
(Disclaimer: यह रिपोर्ट सिर्फ निवेश जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।)