Columbus

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भारत दौरा, PM मोदी संग डिनर, टैरिफ पर चर्चा संभव

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भारत दौरा, PM मोदी संग डिनर, टैरिफ पर चर्चा संभव
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस आज अपने चार दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली पहुंच गए हैं। वेंस सुबह करीब साढ़े 9 बजे पालम एयरबेस पर उतरे। इस दौरे में उनके साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस और उनके तीन बच्चे भी मौजूद हैं।

नई दिल्ली: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड वेंस (जेडी वेंस) आज अपने चार दिवसीय भारत दौरे पर राजधानी नई दिल्ली पहुंचे। यह दौरा न केवल अमेरिका-भारत के रणनीतिक रिश्तों को एक नई दिशा देने वाला है, बल्कि व्यक्तिगत और सांस्कृतिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि इस बार वेंस के साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस, जो भारतीय मूल की हैं, और उनके तीन बच्चे—इवान, विवेक और मीराबेल भी भारत आए हैं। वेंस परिवार का यह पहला भारत दौरा है, जिसमें कूटनीति और पारिवारिक जुड़ाव दोनों का अद्भुत समन्वय देखने को मिल रहा है।

पालम एयरबेस पर हुआ गर्मजोशी से स्वागत

सुबह लगभग 9:30 बजे, अमेरिकी उपराष्ट्रपति का विशेष विमान पालम एयरबेस पर उतरा। वेंस के आगमन पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उनके स्वागत के लिए दिल्ली की प्रमुख सड़कों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर लगाए गए थे, जिनमें भारत-अमेरिका मैत्री को दर्शाया गया था। उनके साथ अमेरिकी दूतावास से जुड़े पांच सदस्यीय शिष्टमंडल भी आया है, जिसमें वरिष्ठ रणनीतिक और वाणिज्यिक अधिकारी शामिल हैं।

अक्षरधाम मंदिर से शुरू हुआ सांस्कृतिक अनुभव

दिल्ली पहुंचने के बाद, वेंस परिवार ने सबसे पहले स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किए। यहां उन्होंने पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों को नजदीक से देखा और भारतीय संस्कृति की गहराई को महसूस किया। यह दौरा उपराष्ट्रपति के लिए व्यक्तिगत रूप से भी खास है क्योंकि उनकी पत्नी ऊषा वेंस आंध्र प्रदेश की जड़ें रखने वाली भारतीय मूल की नागरिक हैं और उन्होंने पहली बार भारत की भूमि पर कदम रखा है।

पीएम मोदी के साथ उच्चस्तरीय डिनर और बैठक

आज शाम 6:30 बजे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर वेंस परिवार का स्वागत करेंगे। इस अवसर पर एक खास रात्रिभोज (डिनर) आयोजित किया गया जिसमें भारतीय पक्ष से विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिसरी, और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा मौजूद रहे। डिनर के बाद हुई आधिकारिक बातचीत में दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार, सुरक्षा सहयोग, और टैरिफ मुद्दों पर विशेष जोर दिया गया।

टैरिफ विवाद के बीच व्यापारिक चर्चा

यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत समेत 60 देशों पर आयात शुल्क (टैरिफ) बढ़ा दिए हैं। इसके चलते द्विपक्षीय व्यापार को लेकर चिंता बढ़ी है। वेंस और मोदी के बीच हुई बातचीत में इस टैरिफ तनाव को कम करने पर सहमति बनी। चर्चा में नॉन-टैरिफ बैरियर्स, कृषि उत्पादों, और भारतीय टेक और फार्मा कंपनियों को अमेरिकी बाजार में पहुंच देने जैसे विषय प्रमुख रहे। दोनों नेताओं ने 2030 तक 500 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक व्यावहारिक रोडमैप तैयार करने पर सहमति जताई।

क्षेत्रीय सुरक्षा और सामरिक साझेदारी पर भी बात

बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा, चीन की आक्रामकता, और भारतीय रक्षा आधुनिकीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। अमेरिका ने जैवलिन मिसाइल और स्ट्राइकर वाहन तकनीक भारत को ट्रांसफर करने की संभावना जताई, जो भारत की सैन्य क्षमताओं को नई ऊंचाई देगा। इसके अतिरिक्त, QUAD और आई2यू2 (I2U2) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को गहरा करने पर भी चर्चा हुई।

पारिवारिक जुड़ाव: ऊषा वेंस की जड़ों से मुलाकात

ऊषा वेंस का यह भारत दौरा भावनात्मक रूप से बेहद खास है। उनके माता-पिता का संबंध आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी और कृष्णा जिले से है। ऊषा का जन्म अमेरिका में हुआ, लेकिन उन्होंने भारतीय संस्कृति को अपनी जीवनशैली में हमेशा महत्व दिया। अपने पहले भारत दौरे को लेकर सेकेंड लेडी ऊषा वेंस बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है। भारत की आत्मा मेरी रगों में बसी है।

जयपुर और आगरा की झलक

डिनर और आधिकारिक वार्ताओं के बाद, वेंस परिवार आज रात ही जयपुर रवाना हो जाएगा। वे वहां रामबाग पैलेस में ठहरेंगे। 22 अप्रैल को वे जयपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों जैसे आमेर किला, सिटी पैलेस, और जंतर मंतर का दौरा करेंगे। इसके अलावा वेंस इंटरनेशनल बिजनेस समिट में भी भाग लेंगे, जहां वे भारतीय स्टार्टअप और MSME प्रतिनिधियों से मिलेंगे।

23 अप्रैल को वेंस परिवार आगरा पहुंचेगा और विश्व प्रसिद्ध ताजमहल के साथ-साथ शिल्पग्राम की भी सैर करेगा। 24 अप्रैल को वे अमेरिका के लिए रवाना होंगे।

क्यों खास है यह दौरा?

  • व्यापार में नई दिशा: टैरिफ विवाद के बीच सकारात्मक वार्ता से व्यापार में नया संतुलन आने की उम्मीद।
  • सांस्कृतिक संवेदनशीलता: वेंस का पारिवारिक और भावनात्मक जुड़ाव भारत के प्रति नई लहर लाता है।
  • राजनीतिक संकेत: ट्रंप प्रशासन के तहत भारत के लिए अमेरिका की नीति की झलक।
  • सैन्य सहयोग का विस्तार: रक्षा क्षेत्र में नए उपकरणों और टेक्नोलॉजी के लिए द्वार खुल सकते हैं।

Leave a comment