पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों ने ऑपरेशन तेज कर दिया है। 5 आतंकियों की पहचान हुई, पुंछ के लसाना में सर्च ऑपरेशन जारी है।
नई दिल्ली/जम्मू-कश्मीर – जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ दिया है। 22 अप्रैल को हुए Pahalgam Terror Attack के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और SOG (Special Operations Group) ने पूरे राज्य में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है। इस हमले में शामिल 5 आतंकियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें 3 पाकिस्तानी और 2 कश्मीरी शामिल हैं।
बांडीपोर में बड़ी कार्रवाई
सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। उत्तर कश्मीर के बांडीपोर जिले में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के चार ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) को गिरफ्तार किया है। इनसे भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। माना जा रहा है कि ये OGWs आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहे थे।
Pahalgam Attack के बाद सेना अलर्ट मोड पर
22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। इस हमले में शामिल 5 आतंकियों की पहचान हो गई है। सरकार ने इन आतंकियों की जानकारी देने पर 20 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।
पुंछ में जंगलों में चल रहा है सर्च ऑपरेशन
गुरुवार को पुंछ जिले के लसाना वन क्षेत्र में सेना ने SOG और पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। सूत्रों के अनुसार, आतंकी पहाड़ी और जंगलों वाले इलाके में छिपे हुए हैं। सुरक्षा बल इलाके को घेरकर हर संभावित ठिकाने की तलाशी ले रहे हैं।
कोकरनाग में मुठभेड़, आतंकियों की घेराबंदी
बुधवार को अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके के टंगमर्ग गांव में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों ने इनपुट मिलने पर इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। आतंकी भागने की कोशिश में फायरिंग करने लगे, जिसके जवाब में जवानों ने भी गोलीबारी की। यह मुठभेड़ करीब 20 मिनट तक चली। देर रात तक किसी आतंकी के मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई थी।
जमीनी स्तर पर आतंक के नेटवर्क को तोड़ने की तैयारी
इस ऑपरेशन का मकसद सिर्फ आतंकियों को पकड़ना ही नहीं, बल्कि उनके नेटवर्क, ओवरग्राउंड वर्कर्स और सपोर्ट सिस्टम को भी ध्वस्त करना है। सुरक्षाबलों को इन OGWs की गिरफ्तारी से आतंकी संगठनों की कई योजनाओं की जानकारी मिलने की संभावना है।