Columbus

Mehul Choksi Case: भारत ने बढ़ाया कदम, चोकसी प्रत्यर्पण के लिए टीम जाएगी बेल्जियम

Mehul Choksi Case: भारत ने बढ़ाया कदम, चोकसी प्रत्यर्पण के लिए टीम जाएगी बेल्जियम
अंतिम अपडेट: 15-04-2025

मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर ED और CBI की संयुक्त टीम जल्द बेल्जियम जाएगी। टीम में कानूनी सलाहकार भी होंगे। अधिकारियों के नामों पर चर्चा हो चुकी है।

Mehul Choksi Extradition News 2025: भारत ने मेहुल चोकसी को देश वापस लाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। CBI और ED की संयुक्त टीम कानूनी दस्तावेजों और समन्वय के लिए जल्द बेल्जियम रवाना होगी, लेकिन extradition की राह अब भी आसान नहीं।

नई दिल्ली / ब्रुसेल्स – पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। भारत सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक संयुक्त टीम को बेल्जियम भेजने का फैसला लिया है। यह टीम कानूनी सलाहकारों के साथ मिलकर प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी और वहां की सरकार से coordination करेगी।

ED और CBI की तैयारी: कानूनी दस्तावेज

सूत्रों के अनुसार, बेल्जियम में चोकसी की गिरफ्तारी के बाद CBI और ED के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच कई rounds की बैठकें हो चुकी हैं। टीम में 2-3 वरिष्ठ अधिकारी होंगे जो जरूरी legal documentation तैयार करेंगे और वहां की सरकार के साथ extradition से जुड़ी प्रक्रिया को मूर्त रूप देंगे।

गिरफ्तारी पर अपील की तैयारी में चोकसी

इस बीच, मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने पुष्टि की है कि उन्होंने गिरफ्तारी के खिलाफ बेल्जियम की अदालत में अपील दायर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनका दावा है कि चोकसी कैंसर के इलाज के लिए बेल्जियम में हैं और "भागने की स्थिति में नहीं हैं"। साथ ही मेडिकल आधार पर जमानत की मांग भी की जाएगी।

प्रत्यर्पण की राह में कई अड़चनें

हालांकि गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन प्रत्यर्पण अब भी कानूनी दृष्टि से बेहद जटिल बना हुआ है। चोकसी Red Corner Notice को पहले ही इंटरपोल से हटवा चुका है। साथ ही, उसने यह आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंसियों ने उसे Antigua से kidnap करने की कोशिश की थी। चोकसी के पास अभी भी एंटीगुआ की नागरिकता है, और उसकी पत्नी बेल्जियम की नागरिक है।

भारत को पेश करना होगा ठोस मामला

भारत सरकार को इस बार सशक्त प्रमाण और मानवीय दृष्टिकोण के संतुलन के साथ केस प्रस्तुत करना होगा। संजय भंडारी केस इसका ताजा उदाहरण है, जब लंदन कोर्ट ने भारतीय जेलों की हालत और मानवाधिकारों के हवाले से भंडारी के पक्ष में निर्णय सुनाया था। अब चोकसी के वकील भी यही दलील देने की तैयारी में हैं कि भारतीय जेलें प्रत्यर्पण में बाधा बन सकती हैं।

2023 से बेल्जियम में था चोकसी

बेल्जियम पुलिस ने 12 अप्रैल 2025 को मेहुल चोकसी को भारत की एजेंसियों द्वारा भेजे गए प्रत्यर्पण अनुरोध पर गिरफ्तार किया। वह वर्ष 2023 से बेल्जियम में रह रहा था, और वहां उसकी पत्नी की नागरिकता होने के चलते उसे कुछ कानूनी राहत भी मिल सकती है।

Leave a comment