पोप फ्रांसिस के निधन पर अखिलेश यादव, पल्लवी पटेल और प्रधानमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त किया। मोदी ने उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस का प्रतीक बताया, उनकी विरासत जीवित रहेगी।
Pope Francis: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक तस्वीर शेयर की। उन्होंने लिखा, "शांति और न्याय के सच्चे सेवक पोप फ्रांसिस को विदाई। आपकी विरासत जीवित रहेगी।" पोप फ्रांसिस का निधन न केवल उनके अनुयायियों बल्कि दुनिया भर में उनके योगदान से प्रभावित लोगों के लिए एक गहरा दुख है।
पल्लवी पटेल ने भी जताया शोक
सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "टिकन सिटी से पोप फ्रांसिस के निधन का दुखद समाचार मिला। विश्व स्तर पर उनके अनुयायियों और शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएँ।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया। मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, "परम पावन पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग करुणा (compassion), विनम्रता (humility), और आध्यात्मिक साहस (spiritual courage) के प्रतीक के रूप में हमेशा याद करेंगे।"
पोप फ्रांसिस का योगदान और व्यक्तित्व
88 वर्ष की उम्र में निधन होने वाले पोप फ्रांसिस ने अपनी विनम्र शैली और गरीबों के प्रति चिंता से दुनिया को प्रभावित किया था। उनकी जीवनशैली और उनके द्वारा किए गए कार्यों ने उन्हें एक महत्वपूर्ण धार्मिक नेता के रूप में स्थापित किया। उन्होंने हमेशा प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने की कोशिश की और गरीबों, दलितों, और पीड़ितों की सेवा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मुलाकातों को याद करते हुए कहा, "पोप फ्रांसिस का समावेशी और सर्वांगीण विकास (inclusive and holistic development) के प्रति उनका समर्पण हमें हमेशा प्रेरित करेगा। भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा स्मरणीय रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।"