अमेरिका में तीन भारतीय और दो चीनी छात्रों ने बिना चेतावनी वीज़ा रद्द होने के खिलाफ मुकदमा दायर किया। विदेश मंत्रालय ने मदद का आश्वासन दिया। कोर्ट मामले की सुनवाई करेगा।
Indian Students US Visa Cancelled: अमेरिका में पढ़ाई कर रहे तीन Indian Students और दो Chinese Students ने अमेरिकी सरकार के खिलाफ Federal Court में मुकदमा दायर किया है। इन छात्रों का आरोप है कि उनका F-1 Student Visa बिना किसी पूर्व सूचना या कानूनी कारण के रद्द कर दिया गया। यह केस American Civil Liberties Union (ACLU) ने New Hampshire की अदालत में दर्ज किया है।
छात्रों की पढ़ाई और करियर पर संकट
भारतीय छात्र लिंकिथ बाबू गोर्रेला ने बताया कि उनकी Master Degree पूरी होने वाली थी लेकिन Visa Cancelation के कारण अब उन्हें न तो डिग्री मिल सकती है और न ही वे Optional Practical Training (OPT) का हिस्सा बन सकते हैं। वहीं थानुज कुमार गुम्माडावेली और मणिकंता पसुला की पढ़ाई का सिर्फ एक सेमेस्टर बचा है, जो अधूरी रह सकती है।
चीनी छात्रों की गई नौकरी
Chinese Student हेंगरुई झांग की रिसर्च असिस्टेंट की नौकरी भी वीज़ा कैंसिल होने से चली गई, जो उनका एकमात्र income source था। वहीं हाओयांग एन को करीब ₹2.5 करोड़ ($3.3 लाख) की लागत के बावजूद अपनी मास्टर डिग्री अधूरी छोड़नी पड़ रही है।
छात्रों की मांग- शिक्षा पूरी करने का मिले मौका
छात्रों का कहना है कि उन्होंने हमेशा नियमों का पालन किया है, न कोई क्राइम किया और न ही वीज़ा की कोई शर्त तोड़ी। वे चाहते हैं कि कोर्ट इस फैसले को रद्द करे ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।
विदेश मंत्रालय का बयान- छात्रों को मिलेगी पूरी सहायता
भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा कि अमेरिका में स्थित Indian Mission लगातार प्रभावित छात्रों के संपर्क में है और उन्हें हरसंभव सहायता दी जा रही है।
रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
American Immigration Lawyers Association (AILA) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सबसे ज़्यादा वीज़ा रद्द भारतीय छात्रों के हुए हैं, जो कुल मामलों का लगभग 50% है। वहीं, 14% केस Chinese Students से जुड़े हैं। ज़्यादातर प्रभावित छात्र OPT Program का हिस्सा थे, जो पढ़ाई पूरी करने के बाद US में जॉब कर रहे थे।