लेक सिटी उदयपुर की 9 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी कियाना परिहार ने ग्रीस में आयोजित विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैम्पियनशिप 2025 में अंडर-10 बालिका वर्ग में कांस्य पदक जीतकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: राजस्थान की 9 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी कियाना परिहार ने ग्रीस में आयोजित विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैम्पियनशिप 2025 में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि कियाना के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुई, क्योंकि वह विश्व स्तर पर शतरंज के इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पदक जीतने वाली राजस्थान की पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
कियाना ने अंडर-10 बालिका वर्ग में यह कांस्य पदक हासिल किया और दुनिया भर के मजबूत प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए 11 मैचों में से 9 अंक प्राप्त किए।
विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैम्पियनशिप 2025 में कियाना का शानदार प्रदर्शन
विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैम्पियनशिप में कियाना ने अपनी शानदार काबिलियत का प्रदर्शन किया और पोलैंड, बेलारूस, रोमानिया, वियतनाम, ट्यूनिसिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, तुर्कमेनिस्तान जैसी देशों की खिलाड़ियों को हराया। उनका यह प्रदर्शन उनके शतरंज कौशल को प्रदर्शित करता है और साथ ही यह उनकी कठिन मेहनत और समर्पण का परिणाम है। कियाना ने कुल 11 मैचों में से 9 अंक अर्जित किए और टाई-ब्रेक में तीसरा स्थान हासिल किया, जिससे उन्होंने कांस्य पदक जीता।
कियाना का शतरंज के प्रति समर्पण और प्रेरणा
कियाना परिहार का शतरंज में सफर शुरू से ही प्रेरणादायक रहा है। वह एमडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा हैं और अपनी शिक्षा के साथ-साथ शतरंज की दुनिया में भी अपनी पहचान बना रही हैं। कियाना के माता-पिता ने उनकी इस यात्रा को हमेशा प्रोत्साहित किया और उन्हें शतरंज के इस खेल में गहरी रुचि और समर्पण के साथ काम करने की प्रेरणा दी।
कियाना ने हमेशा अपने खेल को गंभीरता से लिया है और अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट्स में अपनी प्रतिभा का लोहा मंवाया है। कियाना का कहना है, कांस्य पदक जीतना मेरे लिए गर्व का क्षण है। यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है। मैं विश्व चैंपियन बनने का सपना देखती हूं, और मैं इसके लिए पूरी मेहनत और समर्पण से आगे बढ़ूंगी।
कियाना की अब तक की उपलब्धियां
कियाना ने शतरंज के खेल में अपनी यात्रा की शुरुआत बहुत ही कम उम्र में की थी और तभी से उसने कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स में पदक जीते। 2022 में राष्ट्रीय स्कूल शतरंज चैंपियनशिप (U-7) में रजत पदक जीतने के बाद कियाना ने शतरंज की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। इसके बाद, 2023 में कियाना ने एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण और रजत पदक जीते।
2024 में कियाना ने कजाकिस्तान में टीम ब्लिट्ज में स्वर्ण पदक जीता और उसी साल FIDE वर्ल्ड कप (बटूमी, जॉर्जिया) में 9वां स्थान हासिल किया। कियाना के शतरंज में ऐसे शानदार परिणाम उनकी निरंतर मेहनत और प्रशिक्षण का परिणाम हैं। वह हर बार अपने प्रदर्शन से यह साबित करती हैं कि सही दिशा में की गई मेहनत किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक हो सकती है।
कियाना ने अपनी सफलता से यह भी साबित किया है कि उम्र की कोई सीमा नहीं होती और यदि किसी में प्रतिभा हो तो वह किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है।
कियाना का लक्ष्य
अब कियाना का अगला लक्ष्य विश्व चैंपियन बनने का है। उन्होंने 2025 में थाईलैंड और जॉर्जिया में होने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लिया है। कियाना की यह प्रेरक यात्रा उनके देश के लिए गर्व की बात है और शतरंज में भारत का नाम रोशन करने की दिशा में एक और कदम है।
कियाना का मानना है कि अगर खुद पर विश्वास और मेहनत सही दिशा में की जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। वह कहती हैं, मैंने हमेशा अपने सपनों को हासिल करने के लिए पूरी मेहनत की है, और अब मेरा अगला लक्ष्य विश्व चैंपियन बनना है। मैं इसके लिए पूरी तरह से समर्पित हूं।
कियाना के परिवार का समर्थन और कड़ी मेहनत
कियाना परिहार की सफलता के पीछे उनके परिवार का बड़ा हाथ है। उनके माता-पिता ने हमेशा उनका समर्थन किया और शतरंज के इस सफर में उन्हें प्रोत्साहित किया। कियाना की माँ ने कहा, हमारे लिए यह एक गर्व का पल है। हम कियाना की मेहनत को देखकर खुश हैं और उसके साथ इस सफलता को साझा कर रहे हैं। वह हमारी प्रेरणा है और हम उसकी आने वाली सफलता के लिए भी उत्साहित हैं।
कियाना परिहार की सफलता से यह स्पष्ट होता है कि भारत में शतरंज की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। भारत ने शतरंज के खेल में कई शानदार खिलाड़ी दिए हैं और कियाना जैसे युवा खिलाड़ी इस खेल को और भी बढ़ावा दे रहे हैं। शतरंज के क्षेत्र में भारत की बढ़ती उपस्थिति और युवा खिलाड़ियों की सफलता से यह उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में शतरंज के खेल में भारत का योगदान और भी बढ़ेगा।