भारतीय सिनेमा जगत के लिए यह दिन ऐतिहासिक रहा, जब दिल्ली के विज्ञान भवन में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (National Film Awards 2025) का आयोजन हुआ। इस भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को सम्मानित किया।
एंटरटेनमेंट न्यूज़: दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में भारतीय सिनेमा के दिग्गजों और सितारों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर भारत सरकार की ओर से साउथ सुपरस्टार मोहनलाल को सिनेमा में उनके असाधारण योगदान के लिए सर्वोच्च दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया। शाहरुख खान को अपने 33 साल के करियर में पहली बार फिल्म जवान के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला।
यह सम्मान विक्रांत मैसी को भी उनकी फिल्म 12वीं फेल के लिए प्रदान किया गया। वहीं, रानी मुखर्जी को फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को सम्मानित किया। इस खास मौके पर फिल्मकार करण जौहर भी अपनी फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी के साथ समारोह में मौजूद रहे।
शाहरुख खान को 33 साल में पहला नेशनल अवॉर्ड
बॉलीवुड के किंग खान कहे जाने वाले शाहरुख खान के करियर का यह सबसे खास पल रहा। 33 साल लंबे सफर में पहली बार उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला। शाहरुख को यह सम्मान उनकी 2023 की सुपरहिट फिल्म जवान के लिए दिया गया। उनकी दमदार परफॉर्मेंस ने दर्शकों और जूरी—दोनों का दिल जीत लिया।
शाहरुख खान के साथ इस बार विक्रांत मैसी को भी बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला है। विक्रांत की फिल्म 12वीं फेल, जो वास्तविक घटनाओं पर आधारित प्रेरणादायक कहानी है, ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस बल्कि आलोचकों की नजरों में भी अपनी जगह बनाई। खास बात यह है कि इस बार बेस्ट एक्टर अवॉर्ड संयुक्त रूप से दोनों अभिनेताओं को दिया गया।
मोहनलाल को मिला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री रानी मुखर्जी के लिए भी यह समारोह बेहद खास रहा। अपने लंबे करियर में पहली बार उन्होंने बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड जीता। रानी को यह सम्मान उनकी फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे के लिए दिया गया। फिल्म में उन्होंने एक मां की जद्दोजहद और भावनाओं को बेहद संवेदनशील तरीके से पर्दे पर उतारा।
भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड इस बार साउथ इंडस्ट्री के सुपरस्टार मोहनलाल को मिला। चार दशकों से ज्यादा के करियर में मोहनलाल ने मलयालम, तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में अपनी शानदार अभिनय क्षमता से खास पहचान बनाई है। उनका सम्मान पूरे भारतीय सिनेमा की समृद्धि और विविधता का प्रतीक है।
बॉलीवुड डायरेक्टर और प्रोड्यूसर करण जौहर की फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड मिला। इस फिल्म ने पारिवारिक मनोरंजन और स्टारकास्ट के दमदार अभिनय के जरिए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए इस बार प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी रही। फीचर फिल्मों की 332 और नॉन-फीचर फिल्मों की 115 एंट्रीज़ को नामांकन मिला। 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 के बीच रिलीज हुई फिल्मों को इसमें शामिल किया गया था।
फीचर फिल्म के विनर्स के नाम
- बेस्ट फीचर फिल्म- 12वीं फेल
- बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म- नाल 2 (मराठी)
- बेस्ट फीचर फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल वैल्यूज- सैम बहादुर
- बेस्ट पॉपुलर फिल्म- रॉकी और रानी की प्रेम कहानी
- बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर- आशीष बेंडे, आत्मपॅम्फ्लेट (मराठी)
- बेस्ट फिल्म (एनिमेशन, वीएफएक्स, कॉमिक)- हनु-मान (तेलुगू)
- बेस्ट डायरेक्शन- सुदिप्तो सेन, द केरल स्टोरी
- बेस्ट एक्टर- शाहरुख खान (जवान), विक्रांत मैसी (12वीं फेल)
- बेस्ट एक्ट्रेस- रानी मुखर्जी (मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे)
- बेस्ट एक्टर इन ए सपोर्टिंग रोल- विजय राघवन (पुक्कलम), सोमू भास्कर (पार्किंग)
- बेस्ट एक्ट्रेस इन ए सर्पोटिंग रोल- उर्वशी (उल्लुझुकु), जानकी बोडीवाला (वश)
- बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट- सुकृति वेनी (गांधी कथा चेतु), कबीर खंडारे (जिप्सी), त्रिशा तोसार, श्रीनिवास पोकले और भार्गव जगपात (नाल 2)
- बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर- पीवीएनएस रोहित, तेलुगू (बेबी)
- बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर- चलेया (जवान), शिल्पा राव
- बेस्ट सिनेमेटोग्राफी- प्रशांतनु मोहपात्रा (द केरल स्टोरी)
- बेस्ट डायलॉग राइटर- दीपक किंगरानी (सिर्फ एक बंदा काफी है)
- बेस्ट स्क्रीनप्ले- रामकुमार बालकृष्णन, बेबी (तेलुगू), साई राजेश नीलम, पार्किंग (तमिल)
- बेस्ट साउंड डिजाइन (हिंदी)- एनिमल (सचिन सुधाकरन, हरिहरन मुरलीधरन)
- बेस्ट एडिटिंग- मिधुन मुरली, पुक्कलम (मलयालम)
- बेस्ट प्रोडकशन डिजाइन- मोहनदास, एवरीवन इज ए हीरो (मलयालम)
- बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन- सैम बहादुर (सचिन लाावलेकर, दिव्या गंभीर, निधी गंभीर)
- बेस्ट मेकअप- सैम बहादुर (श्रीकांत देसाई)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन बैकग्राउंड स्कोर- हर्षवर्धन रामेश्वर (एनिमल)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन- जीवी प्रकाश कुमार, वाथी (तमिल)
- बेस्ट लिरिक्स- कासला श्याम, बलगम (तेलुगू)
- बेस्ट कोरियोग्राफी- ढिंढोरा बाजे, वैभवी मर्चेंट (रॉकी और रानी की प्रेम कहानी)
- बेस्ट एक्शन डायरेक्शन- हनु-मान (तेलुगू)
- बेस्ट गुजराती फिल्म- वश
- बेस्ट बंगाली फिल्म- डीप फ्रीज
- बेस्ट असमी फिल्म- रोंगातपु
- बेस्ट हिंदी फिल्म- कटहल
- बेस्ट कन्नड़ फिल्म- कंडीलू
- बेस्ट स्पेशल मेंशन फीचर फिल्म - एनिमल (री रिकॉर्डिंग मिक्सर, एमआर राजाकृष्णन)
- बेस्ट ताई फाके फीचर फिल्म- पाई तांग... स्टेप ऑफ होप
- बेस्ट गारो फीचर फिल्म- रिमदोगितांगा
- बेस्ट तेलुगू फीचर फिल्म- भगवंत केसरी
- बेस्ट तमिल फीचर फिल्म- पार्किंग
- बेस्ट पंजाबी फीचर फिल्म- गोड्डे गोड्डे चा
- बेस्ट ओडिया फीचर फिल्म- पुष्कर
- बेस्ट मराठी फीचर फिल्म- श्यामचि आई
- बेस्ट मलयालम फीचर फिल्म- उल्लुझुकु
नॉन फीचर फिल्म के विनर्स
- बेस्ट स्पेशल मेंशन नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड - नेकल (मलयालम)
- बेस्ट म्यूजिक नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- द फर्स्ट फिल्म (हिंदी)
- बेस्ट स्क्रिप्ट इन नॉन फीचर फिल्म- सनफ्लावर्स वेयर द फिर्स वन्स टू नो (कन्नड़)
- बेस्ट एडिटंग नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- नीलाद्री रॉय, मूविंग फोकस (इंग्लिश)
- बेस्ट वॉइस ओवर इन नॉन फीचर फिल्म- हरिकृष्ण एस (द सैक्रेड जैक: एक्सप्लोरिंग द ट्री विशेज)
- बेस्ट साउंड डिजाइन नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- शुभअरुण सेनगुप्ता, धुंधगिरी के फूल (हिंदी)
- बेस्ट सिनेमेटोग्राफी नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- लिटिल विंग्स (तमिल)
- बेस्ट डायरेक्टर नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- पीयूष ठाकुर, द फर्स्ट फिल्म (हिंदी)
- बेस्ट शॉर्ट फिल्म नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- गिद्ध द स्कैवेंगर (हिंदी)
- बेस्ट नॉन फीचर फिल्म प्रमोटिंग सोशल वैल्यूज अवॉर्ड- द साइलेंट एपिडेमिक (हिंदी)
- बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म अवॉर्ड- गॉड वल्चर एंड ह्यूमन (इंग्लिश)
- बेस्ट आर्ट्स/कल्चर नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- टाइमलेस तमिलनाडु (इंग्लिश)
- बेस्ट बायोग्राफिकल/हिस्टोरिकल रीकंस्ट्रक्शन- मो बाउ, मो गांव (सुभाष साहू)
- बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर (नॉन फीचर)- माउ: द स्पिरिट आफफ ड्रीम ऑफ चेरॉ (मिजो)
- बेस्ट नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- द फ्लॉवरिंग मैन (हिंदी)