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Aadhaar Card हुआ Deactivate? जानें दोबारा एक्टिवेट करने की आसान प्रक्रिया

Aadhaar Card हुआ Deactivate? जानें दोबारा एक्टिवेट करने की आसान प्रक्रिया

अगर आपका आधार गलती से डीएक्टिवेट हो गया है तो UIDAI ने उसे दोबारा एक्टिवेट करने की प्रक्रिया जारी की है। आवेदन, बायोमेट्रिक जांच और सत्यापन के बाद 30 दिन में आधार फिर से चालू किया जा सकता है।

Aadhaar Card Deactivate: आधार कार्ड आज भारत में एक बहुत ही जरूरी पहचान दस्तावेज बन चुका है। लेकिन कई बार कुछ तकनीकी कारणों या गलत जानकारियों की वजह से आधार नंबर डीएक्टिवेट (Deactivate) हो जाता है। ऐसे में न तो OTP आता है, न ही किसी सरकारी सेवा का लाभ मिल पाता है। हाल ही में UIDAI ने 7 जुलाई 2025 को एक नया सर्कुलर जारी किया है जिसमें बताया गया है कि अगर आधार कार्ड गलती से मृतक मानकर बंद कर दिया गया है, तो इसे कैसे दोबारा रीएक्टिवेट (Reactivate) किया जा सकता है।

कैसे और क्यों Deactivate होता है Aadhaar नंबर?

UIDAI के अनुसार, जब मृत्यु पंजीकरण विवरण और आधार डेटाबेस में मैचिंग मिलती है, तब किसी व्यक्ति के निधन की पुष्टि होने पर उसका आधार नंबर डीएक्टिवेट कर दिया जाता है। लेकिन कभी-कभी मृत्यु पंजीकरण में गलती या डुप्लिकेट डेटा के कारण जीवित व्यक्ति का आधार भी गलती से बंद हो जाता है। यह तब और भी परेशान करने वाला हो जाता है जब व्यक्ति को इसकी जानकारी OTP न मिलने या किसी सेवा में रुकावट के समय मिलती है। अब UIDAI ने इस समस्या का समाधान पेश किया है।

UIDAI ने जारी किया आधिकारिक सर्कुलर

7 जुलाई 2025 को UIDAI ने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति जिसका आधार गलती से डीएक्टिवेट हो गया है, वह उसे फिर से एक्टिवेट कर सकता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह मानवीय निगरानी और बायोमेट्रिक पुष्टि पर आधारित है ताकि गलतियों को दोबारा न दोहराया जाए।

कैसे करें डीएक्टिवेटेड आधार को दोबारा एक्टिवेट?

UIDAI ने आधार को रीएक्टिवेट करने की पूरी प्रक्रिया निर्धारित की है। नीचे हम इसे स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं:

1. आवेदन जमा करें

सबसे पहले, आधार नंबर धारक को एक आधिकारिक आवेदन करना होगा। यह आवेदन आप निम्न माध्यमों से जमा कर सकते हैं:

  • UIDAI के क्षेत्रीय कार्यालय
  • संबंधित राज्य कार्यालय
  • डाक या ईमेल के जरिए
  • स्वयं उपस्थित होकर

2. आधार सेंटर पर बायोमेट्रिक सत्यापन

आवेदन जमा करने के दो सप्ताह के भीतर आपको UIDAI अधिकारी की देखरेख में एक खास नामांकित आधार केंद्र पर बुलाया जाएगा। यहां आपको निम्नलिखित बायोमेट्रिक डाटा देना होगा:

  • चेहरे की पहचान
  • आंख की पुतली (आईरिस) स्कैन
  • उंगलियों के निशान

3. स्थिति की सूचना

बायोमेट्रिक जानकारी जमा होने के 30 दिनों के अंदर संबंधित कार्यालय आपको आवेदन की स्थिति बताएगा। यह जानकारी आपको निम्न माध्यमों से प्राप्त होगी:

  • SMS अलर्ट
  • myAadhaar पोर्टल पर लॉगइन करके

गलत मृत्यु पंजीकरण हुआ साबित तो क्या होगा?

अगर यह पुष्टि हो जाती है कि व्यक्ति जीवित है और उसका आधार गलती से डीएक्टिवेट हुआ है, तो UIDAI:

  • उसका आधार नंबर फिर से चालू करेगा
  • जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रार को सूचना भेजेगा
  • भारत के रजिस्ट्रार जनरल को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी
  • और आधार धारक को भी इसकी सूचना दी जाएगी

किन बातों का रखें ध्यान?

  • अगर आपको OTP नहीं मिल रहा, तो पहले myAadhaar पोर्टल पर लॉगिन करके स्थिति जांचें।
  • अपने मोबाइल नंबर और ईमेल ID को हमेशा अपडेट रखें।
  • किसी भी सरकारी दस्तावेज में गलत मृत्यु सूचना को तुरंत रजिस्ट्रार से सही करवाएं।
  • आधार अपडेट की जानकारी UIDAI की वेबसाइट (uidai.gov.in) या टोल फ्री नंबर से लें।

अगर आपका आधार कार्ड गलती से डीएक्टिवेट हो गया है तो घबराएं नहीं। UIDAI ने इसे दोबारा एक्टिवेट करने की आसान और पारदर्शी प्रक्रिया जारी की है। बस आवेदन करें, बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं और दोबारा डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाएं। यह प्रक्रिया आधार की विश्वसनीयता को और मजबूत करती है और नागरिकों को राहत देती है।

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