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आयुष्मान कार्ड 2025: पाएं 5 लाख तक का मुफ्त इलाज, जाने किसे मिलेगा फायदा 

आयुष्मान कार्ड 2025: पाएं 5 लाख तक का मुफ्त इलाज, जाने किसे मिलेगा फायदा 

आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लोग mera.pmjay.gov.in पर एलिजिबिलिटी चेक कर ₹5 लाख तक का फ्री इलाज पा सकते हैं। आधार, राशन कार्ड और फोटो के साथ नजदीकी CSC केंद्र जाकर आयुष्मान कार्ड बनवाएं और सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज का लाभ उठाएं।

Ayushman Card: भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) अब एक टेक-इनेबल्ड हेल्थ रेवोल्यूशन बन चुकी है। देश के करोड़ों आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है, और खास बात ये है कि अब इस योजना से जुड़ना और भी आसान हो गया है, वो भी पूरी तरह डिजिटल प्रोसेस के जरिए। इस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनवाकर कोई भी योग्य व्यक्ति सालाना 5 लाख रुपये तक का कैशलेस और पेपरलेस इलाज सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में करवा सकता है।

कैसे टेक्नोलॉजी बना रही है आयुष्मान योजना को आसान

डिजिटल इंडिया मिशन के तहत अब आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है। इसके लिए सरकार ने एक विशेष पोर्टल लॉन्च किया है — mera.pmjay.gov.in। इस वेबसाइट पर जाकर कोई भी व्यक्ति कुछ ही मिनटों में यह चेक कर सकता है कि वह इस योजना के लिए योग्य है या नहीं। यहां तक कि मोबाइल नंबर के जरिए OTP वेरिफिकेशन, नाम, राशन कार्ड या परिवार के अन्य मेंबर की जानकारी डालकर भी आप पात्रता चेक कर सकते हैं।

आयुष्मान कार्ड बनवाने की डिजिटल प्रक्रिया

  1. सबसे पहले जाएं mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर
  2. अपना मोबाइल नंबर डालें और OTP से लॉगिन करें
  3. नाम, राशन कार्ड या परिवार के अन्य सदस्य के आधार पर पात्रता खोजें
  4. अगर आपका नाम सूची में आता है, तो आप योग्य हैं
  5. इसके बाद अपने नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) या आयुष्मान कार्ड केंद्र जाएं
  6. साथ ले जाएं — आधार कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो
  7. दस्तावेज़ वेरिफिकेशन के बाद आवेदन जमा करें
  8. कुछ दिनों में आपका आयुष्मान कार्ड डिजिटल रूप से जनरेट हो जाएगा

Ayushman Card से मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं

  1. सालाना 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त मिलता है
  2. कैशलेस और पेपरलेस प्रोसेस में सहायता मिलती है
  3. अस्पताल में भर्ती, दवाइयां, जांच और ऑपरेशन सभी फ्री होते हैं
  4. सरकारी और रजिस्टर्ड निजी अस्पतालों में एक समान लाभ मिलते हैं
  5. मरीज को कहीं भी फॉर्म या बिल दिखाने की जरूरत नहीं, सिर्फ कार्ड दिखाइए और इलाज पाइए

कौन ले सकता है योजना का लाभ?

इस योजना के लिए वही व्यक्ति योग्य होता है:

  • जिसका नाम SECC 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना में शामिल है
  • या जिसका डेटा नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) के डेटाबेस में मौजूद है
  • असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोग
  • कोई भी व्यक्ति जो न्यूनतम आय या सीमित संसाधनों में जीवन यापन करता है

हजारों अस्पताल जुड़ चुके हैं इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से

देशभर में अब तक 10,000 से ज्यादा अस्पताल इस योजना से डिजिटल रूप से जुड़ चुके हैं। इनमें सरकारी और कई प्राइवेट मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल शामिल हैं। हर अस्पताल में कार्ड स्कैन करके मरीज की जानकारी तुरंत प्राप्त की जा सकती है, और उसी समय इलाज शुरू हो सकता है — बिलिंग की जरूरत नहीं, पैसे की चिंता नहीं।

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