एप्पल के टॉप एआई इंजीनियर रुओमिंग पैंग के मेटा में शामिल होने से तकनीकी जगत में हलचल मच गई है। यह कदम मेटा की सुपरइंटेलिजेंस रणनीति को मजबूती देता है।
Ruoming Pang: टेक्नोलॉजी की दुनिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को लेकर प्रतिस्पर्धा दिन-ब-दिन तेज होती जा रही है। जहां एक ओर एप्पल अपने Apple Intelligence फीचर्स के साथ आगे बढ़ रहा है, वहीं मेटा (Meta) ने इस रेस में नई रफ्तार पकड़ ली है। इसका ताज़ा उदाहरण है—Apple के टॉप AI कार्यकारी रुओमिंग पैंग का Meta में शामिल होना। यह कदम न केवल मेटा की AI रणनीति को और धार देने वाला है, बल्कि एप्पल के लिए एक गंभीर झटका भी माना जा रहा है।
रुओमिंग पैंग: Apple से Meta तक का सफर
रुओमिंग पैंग ने 2021 में Alphabet छोड़कर Apple जॉइन किया था और वहां फाउंडेशन मॉडल टीम (AFM) का नेतृत्व कर रहे थे। यह टीम Apple के उन एआई मॉडलों के विकास में लगी थी जो iPhone, iPad और अन्य डिवाइस पर 'Apple Intelligence' के नाम से काम करते हैं। पैंग के मार्गदर्शन में लगभग 100 विशेषज्ञों की टीम काम कर रही थी, जिसने Siri के नए एआई संस्करण के लिए भी बुनियादी ढांचा तैयार किया। लेकिन अब, मेटा ने उन्हें अपने सुपरइंटेलिजेंस समूह के लिए नियुक्त कर लिया है और रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके लिए उन्हें सालाना करोड़ों डॉलर का पैकेज ऑफर किया गया है।
मेटा का मिशन: सुपरइंटेलिजेंस के लिए सुपर टीम
मेटा के सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने एआई को कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता बना दिया है। ज़करबर्ग खुद एआई इंजीनियरों से व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं, अपने घरों में आमंत्रित करते हैं और प्रत्यक्ष रूप से भर्ती प्रक्रियाओं में हिस्सा लेते हैं। पैंग से पहले भी मेटा ने कई बड़ी नियुक्तियां की हैं, जैसे कि Scale AI के अलेक्जेंडर वांग, GitHub के पूर्व CEO नैट फ्राइडमैन, और OpenAI से आए युआनज़ी ली। इससे स्पष्ट है कि मेटा सुपरइंटेलिजेंस की दौड़ में सबसे आगे निकलने के लिए किसी भी कीमत पर शीर्ष प्रतिभाओं को लुभाने को तैयार है।
Apple में हलचल: AFM टीम के भविष्य पर सवाल
रुओमिंग पैंग का जाना Apple के लिए सिर्फ एक व्यक्तिगत नुकसान नहीं है, बल्कि यह उनके फाउंडेशन मॉडल ग्रुप की स्थिरता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। पैंग के जाने के बाद, टीम की कमान अब झिफेंग चेन को सौंपी गई है, लेकिन इसके साथ ही संगठनात्मक बदलाव भी देखने को मिलेंगे। पहले जहां अधिकांश इंजीनियर सीधे पैंग को रिपोर्ट करते थे, अब यह संरचना बदलकर मल्टी-लेवल मैनेजमेंट में परिवर्तित हो रही है। इसमें ज़िरुई वांग, चोंग वांग और गुओली यिन जैसे नए प्रबंधकों के नाम सामने आ रहे हैं।
एप्पल की एआई रणनीति पर उठते सवाल
Apple ने हाल ही में अपने WWDC 2025 में Apple Intelligence का प्रदर्शन किया, लेकिन उसका फोकस OpenAI और Google जैसी कंपनियों की तुलना में कमज़ोर दिखाई दिया। Siri को फिर से डिज़ाइन करने और AI क्षमताओं को बढ़ाने के प्रयासों में Apple अब भी संघर्ष कर रहा है। ऐसे में, तीसरे पक्ष के AI मॉडल्स (जैसे OpenAI और Anthropic) को Siri और अन्य फीचर्स में इंटीग्रेट करने की चर्चा ने AFM टीम के मनोबल को भी प्रभावित किया है। इस अस्थिरता के चलते टीम के अन्य सदस्य भी भविष्य में Apple छोड़ सकते हैं।
मेटा बनाम एप्पल: कौन जीतेगा एआई की रेस?
Apple और Meta दोनों ही एआई क्षेत्र में बड़ा निवेश कर रहे हैं, लेकिन मेटा जिस तरह से शीर्ष स्तर की प्रतिभाओं को आकर्षित कर रहा है, वह Apple के लिए चिंता का विषय है। Apple में जहां इंजीनियरिंग नेतृत्व अब क्रेग फेडेरिघी और माइक रॉकवेल के अधीन केंद्रित है, वहीं मेटा ज़करबर्ग के प्रत्यक्ष नेतृत्व में तेज़ी से निर्णय ले रहा है और अरबों डॉलर AI में निवेश कर रहा है। Apple को जहां अपने आंतरिक टैलेंट को बनाए रखने की चुनौती है, वहीं Meta न केवल अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर पैसा बहा रहा है, बल्कि टेक इंडस्ट्री के सबसे बड़े दिमागों को अपनी टीम में जोड़ने में भी सफल हो रहा है।