Vodafone Idea के शेयर में सोमवार को उछाल देखा गया जब सुप्रीम कोर्ट ने AGR बकाया मामले पर सरकार को फिर से विचार करने को कहा। कोर्ट के फैसले के बाद Citi ने शेयर पर ‘हाई रिस्क बाय’ रेटिंग बरकरार रखी है। राहत मिलने पर कंपनी के लिए बैंक लोन और पूंजी जुटाना आसान हो सकता है।
Vodafone Idea Share: 28 अक्टूबर को वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में तेजी आई जब सुप्रीम कोर्ट ने AGR बकाया मामले में सरकार को दोबारा विचार करने की अनुमति दी। BSE पर शेयर 1.6% बढ़कर ₹10.15 तक पहुंचा। कोर्ट ने कहा कि यह मामला सरकार के नीतिगत अधिकार क्षेत्र में आता है। Citi ने ‘हाई रिस्क बाय’ रेटिंग और ₹10 का टारगेट प्राइस बरकरार रखा है, जबकि मोतीलाल ओसवाल ने रेटिंग ‘न्यूट्रल’ कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि AGR राहत से कंपनी को फंडिंग और नेटवर्क विस्तार में मदद मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को दिया पुनर्विचार का निर्देश
AGR बकाया मामले में वोडाफोन आइडिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने सरकार से कहा है कि वह वोडाफोन आइडिया की शिकायतों पर दोबारा विचार करे। अदालत ने यह स्पष्ट किया कि यह मसला सरकार के नीतिगत अधिकार क्षेत्र में आता है। कंपनी ने अपनी याचिका में 2016-17 तक की अवधि के लिए 5,606 करोड़ रुपये के अतिरिक्त AGR बकाया को रद्द करने की मांग की थी।
AGR दरअसल वह आय का आंकड़ा है, जिसके आधार पर टेलिकॉम कंपनियां सरकार को लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज (SUC) का भुगतान करती हैं। कई वर्षों से इस गणना को लेकर विवाद जारी है, जिसमें वोडाफोन आइडिया भी फंसी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने कंपनी को फिलहाल एक राहत की सांस दी है।
सरकार की हिस्सेदारी और समाधान की दिशा
वोडाफोन आइडिया में फिलहाल केंद्र सरकार की हिस्सेदारी करीब 49 प्रतिशत है। कंपनी लंबे समय से वित्तीय दबाव में है और कर्ज के बोझ से जूझ रही है। कोर्ट की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि सरकार AGR बकाया की दोबारा गणना नहीं करेगी, बल्कि इसके समाधान के लिए एक प्रपोजल तैयार करेगी। यह समाधान सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी से लागू किया जाएगा।
इस बयान के बाद निवेशकों में भरोसा बढ़ा है कि आने वाले समय में सरकार और कंपनी के बीच एक व्यावहारिक रास्ता निकलेगा। इससे वोडाफोन आइडिया की फाइनेंशियल स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।
मोतीलाल ओसवाल ने बढ़ाया टारगेट प्राइस

AGR केस में राहत की उम्मीद के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में उछाल देखने को मिला। सुबह के कारोबार में शेयर 10 रुपये के ऊपर चला गया, जबकि पिछले कुछ महीनों से यह 8 से 9 रुपये के दायरे में अटका हुआ था।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सिटी ने वोडाफोन आइडिया के शेयर पर अपनी 'हाई रिस्क बाय' रेटिंग को बरकरार रखा है। सिटी ने इस स्टॉक के लिए 10 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है। सिटी का कहना है कि AGR से जुड़ी राहत आने वाले हफ्तों में वोडाफोन आइडिया के लिए बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। इससे न केवल कंपनी का निवेश माहौल सुधरेगा बल्कि बैंकों का भरोसा भी बढ़ेगा।
इसके अलावा मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी वोडाफोन आइडिया के शेयर पर अपना दृष्टिकोण बदला है। पहले जहां कंपनी ने 'रिड्यूस' रेटिंग दी थी, अब उसे अपग्रेड कर 'न्यूट्रल' कर दिया गया है। टारगेट प्राइस 6.5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति शेयर कर दिया गया है।
AGR राहत से मिल सकता है वित्तीय सहारा
ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि अगर AGR बकाया के बोझ में किसी भी तरह की राहत मिलती है, तो वोडाफोन आइडिया के लिए फंड जुटाने के रास्ते खुल सकते हैं। कंपनी को मार्च 2026 में AGR की एक बड़ी किस्त का भुगतान करना है। ऐसे में यदि सरकार कोई सकारात्मक कदम उठाती है, तो कंपनी को बैंकों से कर्ज मिलना आसान हो जाएगा।
कर्ज मिलने से वोडाफोन आइडिया अपने नेटवर्क विस्तार और पूंजीगत खर्च को बेहतर ढंग से संभाल सकेगी। इससे कंपनी की सर्विस क्वालिटी में सुधार होगा और ग्राहक आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी।













