केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने अहमदाबाद एयर इंडिया AI-171 हादसे की जांच पर कहा कि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और स्वतंत्र है। अंतिम रिपोर्ट का इंतजार जरूरी, जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष नहीं।
New Delhi: केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे (AI-171) को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विमान हादसे की जांच में कोई हेराफेरी नहीं हो रही। मंत्री ने कहा कि सच्चाई जानने के लिए सभी को एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।
मंत्री नायडू के अनुसार, जांच पूरी तरह से पारदर्शी और स्वतंत्र प्रक्रिया के तहत चल रही है। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा रहा और सभी नियमों का पालन करते हुए हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता
नायडू ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट आने में समय लगेगा। उन्होंने कहा, ‘‘AAIB अंतिम रिपोर्ट पर एक स्वतंत्र और गहन अध्ययन कर रहा है। हम उन पर कोई दबाव नहीं डालना चाहते। सभी हितधारकों, विमान निर्माता और संबंधित पक्षों से संपर्क करने के बाद ही निष्कर्ष प्रस्तुत किया जाएगा।’’
पायलट एसोसिएशन ने उठाए सवाल
एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) ने AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि रिपोर्ट जल्दबाजी और बाहरी दबाव में तैयार की गई थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी तरह से स्वतंत्र और गहन है और कोई हेराफेरी नहीं हो रही।
मंत्री ने कहा, ‘‘जांच में कोई गड़बड़ी नहीं है। हम मूल कारण का पता लगाने के लिए सभी तकनीकी और मानव पहलुओं की समीक्षा कर रहे हैं।’’
एयर इंडिया AI-171 का तकनीकी अलर्ट
हादसे से संबंधित तकनीकी जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एयर इंडिया की अमृतसर से बर्मिंघम जा रही फ्लाइट AI-171 में तकनीकी अलर्ट के दौरान रैम एयर टर्बाइन (Ram Air Turbine - RAT) अपने आप सक्रिय हो गया।
RAT विमान में तब एक्टिव होता है जब बिजली या हाइड्रॉलिक सिस्टम में कोई आपात स्थिति आती है। मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में हम समस्या के मूल कारण को समझने का प्रयास करते हैं।
हादसे के मुख्य कारणों का पता लगाना
नायडू ने कहा कि जब जांच से हादसे का मुख्य कारण समझ में आएगा, तो संबंधित पक्षों जैसे विमान निर्माता, DGCA और अन्य हितधारकों के साथ संपर्क स्थापित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हादसे के बाद सभी तकनीकी पहलुओं की गहन समीक्षा की जा रही है। DGCA भी हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। मंत्रालय और AAIB मिलकर विमान हादसे के हर पहलू की जांच कर रहे हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे का घटनाक्रम
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज से टकरा गई थी। इस हादसे में 260 लोग मारे गए थे, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल थे। हादसे में केवल एक यात्री जिंदा बचा। हादसे के समय विमान की दुर्घटना के कारण मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और आसपास के लोग भी प्रभावित हुए। यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास में सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक माना गया।