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अंबाजी भादरवी पूनम मेले में फिल्मी डांस से बवाल, योगी देवनाथ ने की कार्रवाई की मांग

अंबाजी भादरवी पूनम मेले में फिल्मी डांस से बवाल, योगी देवनाथ ने की कार्रवाई की मांग

गुजरात के अंबाजी भादरवी मेले के सेवा कैंपों में फिल्मी गानों पर नृत्य का वीडियो वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया। योगी देवनाथ बापू ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कलेक्टर ने आयोजकों को भविष्य में सावधानी बरतने की चेतावनी दी।

बनासकांठा: गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित आदिशक्ति मां जगदंबा मंदिर के वार्षिक भादरवी पूनम मेले में इस बार परंपरा से हटकर विवाद खड़ा हो गया है। श्रद्धालुओं की सेवा के नाम पर लगाए गए कैंपों में भक्ति संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बजाय फिल्मी गानों पर डांस करवाया गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही श्रद्धालुओं और संत समुदाय में आक्रोश फैल गया।

इस मेले को लेकर मान्यता है कि श्रद्धालु नंगे पैर सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर अंबाजी पहुंचते हैं और मां जगदंबा के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं। ऐसे भक्ति और सेवा के वातावरण में फिल्मी गानों पर डांस होना भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना जा रहा है।

मेले में हुए अश्लील डांस से श्रद्धालु नाराज़ 

जानकारी के अनुसार, 1 से 7 सितंबर तक चले मेले के दौरान 7 सितंबर को मुख्य पूनम का आयोजन हुआ। इस दौरान लाखों श्रद्धालु अंबाजी पहुंचे। लेकिन सेवा कैंपों में ‘मुन्नी बदनाम हुई’ और ‘वक्त बर्बाद न करो बेकार की बातों में’ जैसे गानों पर महिला डांसरों का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे वातावरण पूरी तरह भक्ति से भटक गया और विवाद शुरू हो गया।

पाटन जिले और हारिज क्षेत्र के कैंपों में हुई इन घटनाओं का वीडियो वायरल हुआ है। लोगों ने सवाल उठाया कि सेवा और भक्ति की भावना के नाम पर लगाए गए इन कैंपों में अश्लील मनोरंजन का क्या स्थान है। श्रद्धालुओं का कहना है कि इससे न केवल मेले की पवित्रता दागदार हुई, बल्कि गुजरात की धार्मिक परंपराओं पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

संत और प्रशासन ने अश्लील डांस पर आपत्ति जताई

गुजरात के प्रमुख संत योगी देवनाथ बापू ने इन घटनाओं पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अंबाजी मेले की पहचान सदियों से भक्ति, त्याग और सेवा की भावना रही है। ऐसे आयोजनों से संस्कृति पर कलंक लगता है। उन्होंने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।

वहीं, बनासकांठा के कलेक्टर मिहिर पटेल ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया। उन्होंने आयोजकों को चेतावनी देते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों में ऐसे कार्यक्रम पूरी तरह अस्वीकार्य हैं। कलेक्टर ने कहा कि अगले साल यदि कोई ट्रस्ट या आयोजन समिति इस तरह का कार्यक्रम करती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर उठी आवाज

सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने नाराजगी जाहिर की। कई यूजर्स ने लिखा कि जब लोग भक्ति भाव से मां जगदंबा की शरण में आते हैं और सेवा भाव से कैंप लगाते हैं, तो वहां फिल्मी गानों पर डांस का आयोजन बेहद शर्मनाक है। यह भक्तों की आस्था का अपमान है और संस्कृति का पतन है।

लोगों का कहना है कि यदि ऐसे कार्यक्रम चलते रहे तो भविष्य में श्रद्धालुओं का विश्वास टूट सकता है। अंबाजी मेले को लेकर जो पवित्र छवि बनी हुई है, वह धूमिल हो सकती है। अब यह प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी है कि इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगाई जाए और मेले की पवित्रता को बनाए रखा जाए।

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