बीजापुर में नक्सलियों ने भाजपा कार्यकर्ता सत्यम पुनेम की गला घोंटकर हत्या कर दी। शव के पास पर्चा बरामद हुआ, जिसमें सत्यम पर नक्सलियों को पुलिस को जानकारी देने का आरोप लगाया गया और मद्देड़ एरिया कमेटी ने जिम्मेदारी ली।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के इलमिड़ी थाना क्षेत्र के मुजालकांकेर गांव में संदिग्ध नक्सलियों ने भाजपा के मंडल कार्यकर्ता सत्यम पुनेम की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात हुई इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और जांच शुरू कर दी गई।
सत्यम पुनेम स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता थे और लंबे समय से पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे। यह हत्या स्थानीय राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके में जांच और सुरक्षा बढ़ा दी है।
नक्सलियों ने ली हत्या की जिम्मेदारी
सत्यम के शव के पास एक पर्चा बरामद किया गया है, जिसमें उनकी हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों की मद्देड़ एरिया कमेटी ने ली है। पर्चे में आरोप लगाया गया है कि सत्यम नक्सलियों से जुड़ी जानकारी पुलिस को देता था और उसे बार-बार चेतावनी दी गई थी।
पर्चे में यह भी लिखा गया कि सत्यम के कथित सहयोग और मुखबिरी के कारण यह सख्त कदम उठाया गया। यह घटना यह स्पष्ट करती है कि नक्सली संगठन अब भी इलाके में सक्रिय हैं और अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं।
माओवादी हिंसा का बढ़ता ग्राफ
बीजापुर और बस्तर संभाग के सात जिलों में इस साल अब तक लगभग 40 लोगों की मौत माओवादी हिंसा में हुई है। जनवरी 2023 से दिसंबर 2024 के बीच इन जिलों में अलग-अलग घटनाओं में 11 भाजपा नेताओं की हत्या की जा चुकी है।
यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि माओवादी हिंसा लगातार बढ़ रही है और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए इलाके में सुरक्षा का गंभीर संकट है। स्थानीय प्रशासन ने सत्यम पुनेम की हत्या के मामले में सघन जांच और निगरानी बढ़ा दी है।
पुलिस नक्सलियों की पहचान और फॉरेंसिक जांच में जुटी
पुलिस ने कहा कि मृतक के शव के पास मिले पर्चे और अन्य सुरागों के आधार पर संदिग्ध नक्सलियों की पहचान की जा रही है। घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच, स्थानीय गवाहों के बयान और इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी की जा रही है।
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसी हिंसा या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। इसके अलावा, सुरक्षा बलों को स्थानीय नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने और इलाके में शांति बहाल करने का निर्देश दिया गया है।