भारत 5G से आगे बढ़कर 6G तकनीक की तैयारी कर रहा है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की अहम भूमिका होगी। 6G नेटवर्क 2028 में टेस्टिंग के लिए तैयार होगा और यह 5G की तुलना में 50 से 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड देगा। AI आधारित सुरक्षा उपाय डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाएंगे और नेटवर्क को स्मार्ट बनाएंगे।
6G Technology: भारत अब 5G के बाद 6G नेटवर्क की तैयारी में जुट गया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) केंद्रीय भूमिका निभाएगा। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने बताया कि 6G की टेस्टिंग 2028 में शुरू होगी। यह नेटवर्क 5G की तुलना में 50 से 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड देगा, कॉल क्वालिटी बेहतर होगी और डिजिटल लेनदेन AI सुरक्षा टूल से सुरक्षित रहेंगे। इस पहल का उद्देश्य भारत को वैश्विक स्तर पर AI और 6G में नेतृत्व दिलाना है।
6G टेस्टिंग 2028 में शुरू
भारत अब 5G से आगे बढ़कर 6G तकनीक की तैयारी कर रहा है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) केंद्रीय भूमिका निभाएगा। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने बताया कि 6G नेटवर्क खुद अपनी तकनीकी समस्याओं को पहचानकर सुधार करने में सक्षम होगा। इसकी टेस्टिंग 2028 में शुरू होने की संभावना है और यह नेटवर्क 5G की तुलना में 50 से 100 गुना तेज होगा, जिससे इंटरनेट स्पीड 1TBPS तक पहुंच सकती है।
AI के जरिए स्मार्ट नेटवर्क और सुरक्षा
आने वाले 6G नेटवर्क में ‘एजेंटिक एआई’ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जो नेटवर्क को खुद समझने और सुधारने में सक्षम बनाएगी। कॉल की क्वालिटी और इंटरनेट अनुभव पहले से बेहतर होगा। वहीं, AI के दुरुपयोग के खतरे को देखते हुए सरकार ने एआई-आधारित सुरक्षा टूल तैयार किया है, जिसने अब तक 200 करोड़ रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकी और 48 लाख से अधिक फर्जी लेनदेन ब्लॉक किए।
इंडिया एआई मिशन और वैश्विक नेतृत्व
भारत सरकार ‘इंडिया एआई मिशन’ के तहत एआई रिसर्च, स्टार्टअप्स और सुरक्षित AI सिस्टम को बढ़ावा दे रही है। इस पहल में 1.25 अरब डॉलर निवेश किया गया है। इसका उद्देश्य है भारत को AI और 6G दोनों में वैश्विक नेतृत्व दिलाना। 6G का आगमन केवल तेज इंटरनेट नहीं लाएगा, बल्कि स्मार्ट, स्व-प्रबंधित और एआई संचालित नेटवर्क के रूप में पूरी डिजिटल दुनिया को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
6G तकनीक और एआई के संयोजन से भारत का डिजिटल परिदृश्य पूरी तरह बदलने वाला है। तेज इंटरनेट स्पीड और स्मार्ट नेटवर्किंग के साथ यूजर्स का अनुभव पहले से कहीं बेहतर होगा। साथ ही, एआई-आधारित सुरक्षा उपाय डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाएंगे।