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भारतीय कुश्ती में बड़ा घोटाला: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में 11 पहलवान निलंबित

भारतीय कुश्ती में बड़ा घोटाला: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में 11 पहलवान निलंबित

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने 7 अगस्त को बड़ा कदम उठाते हुए 11 पहलवानों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जमा करने के मामले में निलंबित कर दिया। बीते कुछ समय से भारतीय कुश्ती में खिलाड़ियों की उम्र को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India – WFI) ने उम्र और निवास प्रमाण से जुड़ी गड़बड़ियों पर सख्त रुख अपनाते हुए 11 पहलवानों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई 7 अगस्त 2025 को की गई, जब दिल्ली नगर निगम (MCD) द्वारा 110 जन्म प्रमाणपत्रों की जांच में से 11 को फर्जी पाया गया। यह कदम भारतीय कुश्ती में लंबे समय से चली आ रही उम्र-छिपाने और फर्जी दस्तावेजों के उपयोग की शिकायतों के बाद उठाया गया है।

क्या है मामला?

पिछले कई वर्षों से भारतीय कुश्ती में कुछ खिलाड़ियों पर आरोप लगते रहे हैं कि वे प्रतियोगिताओं में उम्र सीमा का लाभ उठाने के लिए जन्म तिथि कम दिखाते हैं। इसके अलावा, कुछ पहलवान दूसरे राज्यों से खेलने के लिए फर्जी निवास प्रमाणपत्र भी बनवाते पाए गए हैं। इन्हीं संदेहों को दूर करने के लिए WFI ने 110 पहलवानों के जन्म प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराने के लिए MCD से संपर्क किया। 

जांच में सामने आया कि कई खिलाड़ियों ने हरियाणा जैसे अन्य राज्यों में जन्म लेने के बावजूद दिल्ली का बर्थ सर्टिफिकेट प्राप्त किया, ताकि वे दिल्ली से आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें।

जांच में क्या मिला

दिल्ली नगर निगम ने जांच के दौरान पाया कि 110 में से 11 जन्म प्रमाणपत्र पूरी तरह फर्जी थे। इनमें फोटोशॉप के जरिए छेड़छाड़ की गई थी और उनमें ऐसी जानकारी डाली गई थी, जो वास्तविक रिकॉर्ड से मेल नहीं खाती। MCD ने स्पष्ट किया कि ये प्रमाणपत्र उनकी ओर से जारी ही नहीं किए गए थे। कुछ मामलों में यह भी सामने आया कि जन्म के 12 से 15 साल बाद प्रमाणपत्र जारी किए गए, जो प्रशासनिक नियमों का गंभीर उल्लंघन है।

निलंबित खिलाड़ियों के नाम

समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, दिल्ली नगर निगम ने फर्जी प्रमाणपत्र वाले पहलवानों के नाम भी उजागर किए हैं। इनमें शामिल हैं:

  • सक्षम
  • मनुज
  • कविता
  • अंशू
  • आरुष राणा
  • शुभम
  • गौतम
  • जगरूप धनकड़
  • नकुल
  • दुष्यंत
  • सिद्धार्थ बालियान

WFI और MCD की प्रतिक्रिया

WFI अधिकारियों ने कहा कि फर्जी दस्तावेज़ों का इस्तेमाल खेल की नैतिकता और निष्पक्षता पर सीधा हमला है। महासंघ ने संकेत दिया है कि जांच पूरी होने के बाद इन पहलवानों पर लंबी अवधि का प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। MCD ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 95 पंजीकरण, जो देरी से किए गए थे, वे नियमों के तहत और आदेश के आधार पर हुए थे, लेकिन इन 11 मामलों में जानबूझकर फर्जीवाड़ा किया गया है।

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