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भोपाल: एम्स ब्लड बैंक में चोरी, आउटसोर्स तकनीशियन और साथी फरार

भोपाल: एम्स ब्लड बैंक में चोरी, आउटसोर्स तकनीशियन और साथी फरार

भोपाल एम्स ब्लड बैंक से प्लाज्मा चोरी का मामला सामने आया। आउटसोर्स तकनीशियन अंकित और उसका साथी सीसीटीवी में पकड़े गए। आरोपी फरार हैं। पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

भोपाल: एम्स (All India Institute of Medical Sciences) के ब्लड बैंक से प्लाज्मा चोरी का मामला सामने आया है, जिसने अस्पताल प्रशासन और मरीजों के बीच चिंता पैदा कर दी है। आरोप है कि ब्लड बैंक में काम करने वाले आउटसोर्स तकनीशियन अंकित और उसका साथी प्लाज्मा चोरी में शामिल थे। घटना सीसीटीवी में कैद होने के बावजूद जब प्रबंधन ने आरोपी से पूछताछ की, तो वह फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ब्लड बैंक में चोरी की घटना

भोपाल एम्स के ब्लड बैंक में हाल ही में कई यूनिट रक्त और प्लाज्मा गायब होने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। अस्पताल प्रशासन ने इसकी गंभीरता को देखते हुए बागसेवनिया थाना में आधिकारिक शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में बताया गया कि ब्लड बैंक की सुरक्षा में कई कमियां हैं और इससे मरीजों के जीवन को खतरा हो सकता है।

एसओ (सिक्योरिटी ऑफिसर) ने कहा कि उन्होंने पहले भी ब्लड बैंक में गायब हो रही यूनिट्स की जानकारी प्रबंधन को दी थी, लेकिन चोरी की पुष्टि करने के लिए उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगवाए।

ब्लड बैंक चोरी सीसीटीवी में कैद

28 सितंबर को सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि अंकित नाम का आउटसोर्स तकनीशियन ब्लड बैंक में घुसा और दो प्लाज्मा यूनिट्स अपने साथी को सौंप रहा था। फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा गया कि आरोपी ने चोरी के दौरान किसी को शक नहीं होने दिया। जब एम्स प्रशासन ने अंकित से इस मामले में पूछताछ की, तो वह परिसर से भागने में सफल हो गया। आरोपी का साथी भी अभी तक फरार है।

अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ब्लड बैंक में चोरी की शिकायत मिली है। ऐसे मामलों की जांच के दौरान पता चला कि अस्पताल के कुछ सुरक्षा उपाय कमजोर थे, जिससे अपराधियों को अवसर मिला।

ब्लड बैंक में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश

एम्स भोपाल के अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ब्लड बैंक में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है और सभी प्रवेश व निकासी के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

प्रबंधन ने कहा, "हम किसी भी कीमत पर मरीजों की सुरक्षा और ब्लड/प्लाज्मा स्टॉक की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे। ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है और आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।"

पुलिस  ने शुरू की  जांच

बागसेवनिया थाना के पुलिस अधिकारी ने बताया कि चोरी की शिकायत मिलते ही शनिवार को मामला दर्ज किया गया। पुलिस तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है। साथ ही आरोपी के फरार होने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं।

अधिकारी ने कहा, "हम आरोपी तक जल्द से जल्द पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह चोरी कितने समय से हो रही थी और इसमें अन्य लोग भी शामिल तो नहीं हैं।"

अस्पताल की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल

इस घटना ने भोपाल एम्स के ब्लड बैंक की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों में ब्लड और प्लाज्मा जैसी संवेदनशील सामग्री के लिए कड़े सुरक्षा उपाय और नियमित ऑडिट आवश्यक हैं। चोरी की घटनाएं न केवल प्रशासन की छवि को प्रभावित करती हैं, बल्कि मरीजों के जीवन के लिए भी खतरा बन सकती हैं।

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