बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दूसरा और अंतिम चरण 11 नवंबर को आयोजित होगा। इस चरण में कुल 122 सीटों के लिए मतदान होगा, जिसमें विभिन्न पार्टियों के 1302 उम्मीदवार अपने भाग्य आजमाएंगे।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में छह नवंबर को पहले चरण के तहत 121 सीटों के लिए मतदान हो चुका है। अब 11 नवंबर को 122 सीटों के लिए होने वाले दूसरे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर सभी राजनीतिक दल पूरा जोर लगा चुके हैं। इस चरण में राजद (RJD) की प्रतिष्ठा दांव पर है, क्योंकि इस चरण के चुनाव में उसके सबसे अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं।
महागठबंधन के सबसे प्रमुख दल राजद के हिस्से कुल 143 सीटें आई हैं। पहले चरण में इनके 73 प्रत्याशियों का भाग्य तय हो चुका है, जबकि दूसरे चरण में 70 उम्मीदवारों का फैसला मतदाता करेंगे।
राजद के 70 उम्मीदवार मैदान में
महागठबंधन के सबसे प्रमुख दल राजद (Rashtriya Janata Dal) को दूसरे चरण में सबसे ज्यादा प्रत्याशियों के साथ चुनाव लड़ना है। कुल 143 सीटों में से 70 उम्मीदवारों का फैसला इस चरण में मतदाता करेंगे। पहले चरण में राजद के 73 उम्मीदवारों की किस्मत तय हो चुकी है। राजद की प्रतिष्ठा इस चरण में इसलिए दांव पर मानी जा रही है क्योंकि इस चरण में कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। यदि राजद को इस चरण में अच्छा प्रदर्शन नहीं मिलता है, तो उसका महागठबंधन पर असर पड़ेगा और राज्य में सत्ता समीकरण बदल सकता है।
NDA के प्रमुख दलों के उम्मीदवार
दूसरे चरण में भाजपा (BJP) के 53 उम्मीदवार, जदयू (JD(U)) के 44 उम्मीदवार और लोजपा (रामविलास) के 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। पहले चरण में बीजेपी के 48 और जदयू के उम्मीदवारों का फैसला हो चुका है। विश्लेषकों का कहना है कि एनडीए के लिए भी यह चरण निर्णायक है, क्योंकि राज्य के कई जिले ऐसे हैं जहां पहले चरण में मतदाता मजबूत संदेश दे चुके हैं। दूसरे चरण में एनडीए को अपने उम्मीदवारों के प्रदर्शन से सत्ता समीकरण बनाए रखना है।

अन्य पार्टियों की स्थिति
कांग्रेस के 37 उम्मीदवार इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण में कांग्रेस के 24 उम्मीदवारों का फैसला हो चुका है।
- विकासशील इंसान पार्टी के 10 उम्मीदवारों का भाग्य इस चरण में तय होगा।
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के 4 उम्मीदवार इस चरण में चुनाव मैदान में हैं।
इस तरह, दूसरे चरण के मतदान से राज्य में राजनीतिक संतुलन और सत्ता समीकरण तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि 9 नवंबर की शाम तक सभी पार्टियों के लिए चुनाव प्रचार समाप्त होगा। इसके बाद मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में बंपर वोटिंग देखने को मिली थी, इसलिए चुनाव आयोग उम्मीद कर रहा है कि दूसरे चरण में भी उच्च मतदान प्रतिशत रहेगा।
मतगणना 14 नवंबर को निर्धारित की गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस चरण में वोटिंग पैटर्न पहले चरण से थोड़ी अलग हो सकती है, क्योंकि कई संवेदनशील और निर्णायक सीटें इसमें शामिल हैं।












