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Bihar NDA सीट बंटवारे पर बढ़ी हलचल, चिराग पासवान से मिलेंगे नित्यानंद राय

Bihar NDA सीट बंटवारे पर बढ़ी हलचल, चिराग पासवान से मिलेंगे नित्यानंद राय

बिहार में एनडीए सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी अपनी मांगों के साथ दिल्ली में नित्यानंद राय से मिल सकते हैं। बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच गठबंधन रणनीति जारी।

Bihar Election: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, लेकिन एनडीए (NDA) में सीट बंटवारा अभी तक अंतिम रूप नहीं ले पाया है। इस बार बिहार में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी (BJP) और सहयोगी दलों में गहन चर्चा चल रही है। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान आज सुबह दिल्ली रवाना हुए हैं और सीट शेयरिंग को लेकर सहयोगियों के साथ बैठक करेंगे।

दिल्ली में बैठक और नित्यानंद राय की मुलाकात

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में नित्यानंद राय (Nityanand Rai) चिराग पासवान से मुलाकात कर सकते हैं। इसके पीछे मकसद यह है कि एनडीए के सहयोगी दलों के बीच तालमेल और सीट बंटवारे पर सहमति बनाई जा सके। बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावडे, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और सम्राट चौधरी सहित कई नेता इस मसले पर लगातार चर्चा में जुटे हैं।

धर्मेंद्र प्रधान कल पटना में हुई बैठक के बाद इस जिम्मेदारी को संभाल रहे हैं। वे एनडीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे का coordination करेंगे और शाम तक पटना लौट सकते हैं।

चिराग पासवान की मांग

चिराग पासवान अपनी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के लिए कम से कम 30 सीटों की मांग कर रहे हैं। उनकी पार्टी के वर्तमान में पांच सांसद हैं। इस बार बीजेपी उन्हें 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का प्रस्ताव दे रही है।

पिछली बार चिराग ने अकेले 135 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इसमें केवल मटिहानी सीट पर उनका उम्मीदवार राजकुमार सिंह जीते थे। वहीं 10 सीटों पर चिराग के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार उनकी मांग इतनी बड़ी इसलिए है ताकि उनकी पार्टी का प्रभाव बढ़े और आगामी चुनाव में सहयोगी दलों के साथ उनकी स्थिति मजबूत रहे।

जीतन राम मांझी की मांग

साथ ही, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी ठोस मांग रखी है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को NDA में कम से कम 15 सीटें दी जाएँ। मांझी ने मीडिया और ट्वीट के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी।

मांझी की यह मांग इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त दल (recognized party) का दर्जा मिले और उनका राजनीतिक सम्मान बना रहे। यह कदम चुनाव में उनकी रणनीति और गठबंधन में अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की पिछली उपलब्धियां

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए (NDA) ने चार पार्टियों के गठबंधन से भाग लिया था। पिछली बार बीजेपी ने सर्वाधिक 74 सीटें जीती थीं, जबकि जेडीयू (JDU) को 43 सीटें मिली थीं। HAM और VIP ने 4-4 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस तरह एनडीए को कुल 125 सीटें मिली थीं।

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