Pune

ChatGPT बना बेंगलुरू के टेकी का करियर कोच, 2 महीने में 7 इंटरव्यू कॉल्स के बाद मिली मनपसंद नौकरी

ChatGPT बना बेंगलुरू के टेकी का करियर कोच, 2 महीने में 7 इंटरव्यू कॉल्स के बाद मिली मनपसंद नौकरी

जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कई लोगों की नौकरियां छीन रहा है, वहीं कुछ लोग इसका इस्तेमाल कर नई नौकरी भी पा रहे हैं। बेंगलुरू के टेक प्रोफेशनल अमर सौरभ ने ChatGPT की मदद से सिर्फ दो महीनों में सात कंपनियों से इंटरव्यू कॉल्स पाईं और आखिरकार पेपाल में मनपसंद नौकरी हासिल की।

AI Job Search Success Story: बेंगलुरू के इंजीनियर अमर सौरभ ने अप्रैल 2025 में नई नौकरी की तलाश शुरू की, लेकिन शुरुआती कोशिशों में सफलता नहीं मिली। तब उन्होंने ChatGPT का सहारा लिया और अपना कस्टम GPT तैयार किया, जिसमें उन्होंने रेज्यूमे और प्रोफेशनल डिटेल्स जोड़ीं। दो महीनों के भीतर उन्हें रेड्डिट, इनट्यूट और पेपाल जैसी कंपनियों से इंटरव्यू कॉल्स मिलीं। अंततः सौरभ ने पेपाल में नौकरी ज्वॉइन की और कहा कि AI ने उनकी जॉब सर्च को पूरी तरह बदल दिया।

AI से निकली नई उम्मीद

जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण कई लोगों की नौकरियां जा रही हैं, वहीं कुछ लोग इसका इस्तेमाल कर नई नौकरी पाने में कामयाब हो रहे हैं। बेंगलुरू के एक टेक प्रोफेशनल ने ChatGPT की मदद से अपनी मनपसंद नौकरी हासिल कर ली। दो महीनों के भीतर उन्हें सात अलग-अलग कंपनियों से इंटरव्यू कॉल्स मिलीं और आखिर में उन्होंने अपनी पसंद की कंपनी में जॉब ज्वॉइन कर ली।

मेटा और टिकटॉक में कर चुके हैं काम

अमर सौरभ नाम के इस टेकी ने पहले मेटा और टिकटॉक जैसी बड़ी टेक कंपनियों में काम किया था। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अप्रैल में नई नौकरी की तलाश शुरू की, लेकिन शुरुआती महीनों में उन्हें केवल दो से तीन इंटरव्यू कॉल्स ही मिलीं। तब उन्होंने अपनी रणनीति बदलते हुए ChatGPT की मदद लेने का फैसला किया।

कस्टम GPT बना कर की शुरुआत

सौरभ ने बताया कि शुरुआत में ChatGPT के जवाब सामान्य थे, इसलिए उन्होंने इसका कस्टमाइज्ड वर्जन बनाया। इस कस्टम GPT में उन्होंने अपना रेज्यूमे, लिंक्डइन प्रोफाइल और प्रोजेक्ट नोट्स जैसी जानकारी अपलोड की और बताया कि वे सीनियर-लेवल प्रोडक्ट मैनेजमेंट रोल की तलाश में हैं। यह पूरी प्रक्रिया करने में उन्हें करीब एक घंटा लगा।

7 कंपनियों से मिली इंटरव्यू कॉल्स

कस्टम GPT के इस्तेमाल के बाद सौरभ को दो महीनों में रेड्डिट, इनट्यूट और पेपाल जैसी कंपनियों से इंटरव्यू कॉल्स आने लगीं। सभी इंटरव्यूज के बाद उन्होंने आखिरकार पेपाल में अपनी नई नौकरी शुरू कर दी। सौरभ का कहना है कि इस अनुभव से उन्हें यकीन हो गया है कि अगर AI का सही इस्तेमाल किया जाए, तो यह नौकरी तलाशने में भी गेम चेंजर साबित हो सकता है।

Leave a comment