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चीन-ताइवान तनाव! शी जिनपिंग का कड़ा रुख, राष्ट्रीय अखंडता का दावा

चीन-ताइवान तनाव! शी जिनपिंग का कड़ा रुख, राष्ट्रीय अखंडता का दावा

चीन-ताइवान तनाव बढ़ा। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चेताया कि ताइवान की स्वतंत्रता की कोशिश या बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चीन राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए तैयार है।

World News: चीन और ताइवान के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है। चीन का दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है और वह इसे कभी भी अलगाववादी गतिविधियों के लिए सहन नहीं करेगा। इस बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताइवान को लेकर कड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने का भरोसा दिलाया।

शी जिनपिंग का ताइवान पर बयान

बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में आयोजित स्वागत समारोह के दौरान शी जिनपिंग ने कहा कि ताइवान की स्वतंत्रता की दिशा में उठाए जाने वाले किसी भी कदम या बाहरी हस्तक्षेप का चीन कड़ा विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि चीन ताइवान जलडमरूमध्य में आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में पूरी तरह तैयार है।

शी जिनपिंग ने यह बयान चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की केंद्रीय समिति के महासचिव और केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष के रूप में दिया। यह समारोह पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 76वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित किया गया।

राष्ट्र के लोगों से आह्वान

अपने संबोधन में शी ने चीनी नागरिकों से कड़ी मेहनत और आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चीन का महान कायाकल्प एक अभूतपूर्व कार्य है और देश को हर चुनौती का सामना करने के लिए उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए। शी ने यह भी कहा कि नए चीन के 76 वर्षों में सीपीसी ने लोगों को निरंतर प्रयास और आत्मनिर्भरता की भावना से शानदार उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रेरित किया है।

समारोह में उच्च पदस्थ नेता मौजूद

शी जिनपिंग ने अपने संबोधन से पहले तियानमेन चौक में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अन्य नेताओं के साथ शहीद दिवस समारोह में भाग लिया। यह आयोजन राष्ट्रीय दिवस से एक दिन पहले किया गया। चीन इस सप्ताह राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह का अवकाश मनाएगा। 2025 में यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी आक्रमण के खिलाफ चीन की जन प्रतिरोध विजय की 80वीं वर्षगांठ भी है।

चीन की धमकी और सैन्य रुख

हाल ही में चीन के रक्षा मंत्री दोंग जुन ने भी ताइवान को लेकर कड़ा रुख अपनाया था। उन्होंने कहा था कि चीन स्व-शासित ताइवान पर कब्जा करेगा। ताइवान 2.3 करोड़ लोगों वाला लोकतंत्र है, जो 1949 से चीन से अलग है। चीन की इस धमकी ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है।

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