वेनेजुएला के राष्ट्रपति मदुरो अमेरिका-टेंशन के बीच आपातकाल लागू करने पर विचार कर रहे हैं। इससे उन्हें सीमाओं, तेल उद्योग और सुरक्षा पर विशेष अधिकार मिलेंगे। अमेरिका की नौसैनिक मौजूदगी स्थिति को संवेदनशील बना रही है।
Venezuela: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच हाल के दिनों में तनाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तटों के आसपास अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है और ड्रग तस्करी रोकने के बहाने कई नौसैनिक कार्रवाईयां की हैं। अमेरिका की इन कार्रवाइयों ने वेनेजुएला की सरकार में चिंता पैदा कर दी है। ऐसे में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने आपातकाल (emergency) लागू करने पर विचार शुरू कर दिया है।
राष्ट्रपति को मिलने वाले विशेष अधिकार
उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिगेज ने बताया कि राष्ट्रपति मदुरो को देश की रक्षा और सुरक्षा के मामलों में विशेष अधिकार देने वाले दस्तावेज तैयार हैं और हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इन अधिकारों के तहत राष्ट्रपति किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम होंगे। इसका मतलब यह है कि देश की सीमाओं, तेल उद्योग और महत्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाओं पर नियंत्रण बढ़ जाएगा और निर्णय प्रक्रिया तेज होगी।
अमेरिका की सैन्य गतिविधियाँ
अमेरिकी नौसेना ने वेनेजुएला के तटों के आसपास कई युद्धपोत और परमाणु-संचालित सबमरीन तैनात कर रखे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका ने इस क्षेत्र में ड्रग तस्करी से जुड़े जहाजों को निशाना बनाया है, जिससे कुछ लोगों की मौत भी हुई। इन घटनाओं ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
इमरजेंसी लागू होने पर संभावित असर
यदि वेनेजुएला में आपातकाल लागू होता है, तो देश में कुछ समय के लिए नागरिक अधिकारों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। सेना और सुरक्षा एजेंसियों को व्यापक अधिकार मिलेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति किसी भी जरूरी कदम उठा सकेंगे। तेल और ऊर्जा संसाधनों पर सेना का नियंत्रण बढ़ सकता है, जिससे अर्थव्यवस्था और आम जनता के दैनिक जीवन पर असर पड़ सकता है।