यूके-बेस्ड जगुआर लैंड रोवर पर हाल ही में साइबर अटैक हुआ, जिससे कंपनी का अहम IT सिस्टम ठप पड़ गया। इसके कारण प्रोडक्शन और सेल नेटवर्क प्रभावित हुए। हमले के पीछे Scattered Lapsus$ Hunters नामक हैकर्स ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों का डेटा लीक नहीं हुआ और जांच जारी है।
Cybersecurity Alert: यूके-बेस्ड जगुआर लैंड रोवर हाल ही में बड़े साइबर हमले का शिकार हुआ, जिससे कंपनी का IT सिस्टम ऑफलाइन हो गया। हमला कब हुआ, इस पर जानकारी सीमित है, लेकिन टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली इस कंपनी की फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन और सेल ऑपरेशन प्रभावित हुए। हैकिंग में Scattered Lapsus$ Hunters ग्रुप के शामिल होने की रिपोर्ट है, जिन्होंने पहले भी बड़े प्लेटफॉर्म पर हमले किए हैं। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों का डेटा सुरक्षित है और इस घटना की पूरी जांच चल रही है।
साइबर अटैक से IT सिस्टम ठप
यूके-बेस्ड जगुआर लैंड रोवर हाल ही में बड़े पैमाने पर साइबर हमले का शिकार हुआ, जिससे कंपनी का अहम IT सिस्टम ऑफलाइन हो गया। इसके कारण फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन रुक गया और कार सेल नेटवर्क प्रभावित हुआ। टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने कर्मचारियों को ऑफिस न आने का आदेश दिया। कंपनी ने बताया कि ग्राहकों का डेटा लीक होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं और साइबर अटैक की पूरी जांच जारी है।
हैकिंग के पीछे कौन?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साइबर अटैक के पीछे Scattered Lapsus$ Hunters नामक हैकर्स ग्रुप का हाथ है, जिन्होंने पहले Marks and Spencer पर भी हमला किया था। यह ग्रुप इंग्लिश बोलने वाले किशोरों का माना जा रहा है। हैकर्स ने नेटवर्क तक अपनी पहुंच स्वीकार की है, लेकिन डेटा चोरी या मालवेयर इंस्टॉल करने की पुष्टि नहीं की। उन्होंने दो स्क्रीनशॉट्स साझा किए, जिनके आधार पर विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की कुछ प्राइवेट जानकारी हैकर्स के हाथ लगी है।
सुरक्षा और जिम्मेदारी
जगुआर लैंड रोवर की साइबर सुरक्षा का जिम्मा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) संभालती है, जिसके साथ 2023 में पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट किया गया था। इस घटना ने बड़े टेक प्लेटफॉर्म और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में साइबर सुरक्षा की अहमियत को दोबारा उजागर किया है। कंपनी ने कहा कि भविष्य में ऐसे हमलों से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।