कोलकाता के नामी साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में फर्स्ट ईयर की छात्रा से गैंगरेप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस दिल दहला देने वाली घटना ने न केवल छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, बल्कि कॉलेज परिसर में चल रही गड़बड़ियों का भी पर्दाफाश कर दिया है।
मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, जो तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) से जुड़ा बताया जा रहा है, पर ‘एडमिशन सिंडिकेट’ चलाने और कॉलेज में दबंगई करने के गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो छात्र, एक पूर्व छात्र और एक सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि मनोजीत एडमिशन के नाम पर दो लाख रुपये तक की मांग करता था। वह खुद को एक वरिष्ठ टीएमसी विधायक का करीबी बताकर 'जेठुर लोग' कहता और इसी रौब के दम पर कॉलेज में सिफारिश के आधार पर एडमिशन दिलवाता था। सोशल मीडिया पर विधायक के साथ उसकी तस्वीरें भी वायरल हुई हैं, जिससे मामला और गर्मा गया है।
राजनीतिक संरक्षण और छात्र राजनीति पर उठे सवाल
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्ष ने इसे लेकर राज्य सरकार पर सीधा हमला बोला है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के राज्य सचिव देबांजन डे ने कहा कि टीएमसी ने 2011 के बाद कॉलेज परिसरों में सिंडिकेट व्यवस्था को बढ़ावा दिया, जिसमें विधायक से लेकर सांसद तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पैसा लेकर एडमिशन, सिफारिशी नियुक्तियां और छात्रों को डराने-धमकाने का एक पूरा सिस्टम खड़ा कर दिया गया है।
भाजपा नेता शंकुदेव पांडा ने इसे सिर्फ एक कॉलेज की नहीं, बल्कि पूरे राज्य के शिक्षा तंत्र की समस्या बताया। उन्होंने कहा कि योग्य छात्रों को साइडलाइन कर दबंगों और राजनैतिक रसूख वाले छात्रों को तरजीह दी जाती है।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपी मनोजीत मिश्रा का अतीत भी संदेहों से भरा है। वह 2013 में एक गंभीर मामले के बाद गायब हो गया था और 2016 में फिर से कॉलेज में एक्टिव हुआ। छात्रसंघ ने उसे कई आयोजनों से बैन किया था, लेकिन वह खुलेआम कॉलेज में घूमता रहा। उस पर छात्राओं से छेड़छाड़, वसूली और मारपीट के आरोप भी हैं, लेकिन कोई खुलकर शिकायत नहीं कर पाया।
विधायक और टीएमसी ने दी सफाई
इस मामले में नाम घसीटे जाने पर टीएमसी विधायक अशोक देब ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि छात्र उन्हें जेठू कहकर बुलाते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि वे सभी से व्यक्तिगत रूप से जुड़े हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और बताया कि वे कॉलेज की गवर्निंग बॉडी की बैठक में हिस्सा लेंगे।
वहीं, TMCP महासचिव अभिरूप चक्रवर्ती ने कहा कि पार्टी किसी दोषी छात्र का समर्थन नहीं करेगी, लेकिन इस घटना को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।