भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 336 रनों से करारी शिकस्त दी और पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट में 7 जुलाई 2025 का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, जब 25 साल के युवा कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के गढ़ माने जाने वाले एजबेस्टन में भारत को पहली टेस्ट जीत दिलाई। भारत ने इंग्लैंड को 336 रन के विशाल अंतर से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली। इस जीत की सबसे बड़ी कहानी रहे शुभमन गिल, जिन्होंने ना सिर्फ कप्तानी में कमाल किया, बल्कि बल्ले से ऐसा धमाल मचाया कि 49 साल पुराना रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया।
सबसे युवा कप्तान का इतिहास रचा
शुभमन गिल की उम्र सिर्फ 25 साल और 301 दिन है, और इस उम्र में विदेशी जमीन पर टेस्ट जीतने वाले वह भारत के सबसे युवा कप्तान बन गए हैं। इस दौरान उन्होंने महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का 1976 में बनाया रिकॉर्ड तोड़ा, जब गावस्कर ने 26 साल और 202 दिन की उम्र में न्यूजीलैंड को ऑकलैंड में मात दी थी।
गिल की यह उपलब्धि इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि एजबेस्टन में भारत को इससे पहले कभी टेस्ट जीत नसीब नहीं हुई थी। 16 साल बाद भारत ने वहां जीत का स्वाद चखा, वो भी इतने बड़े अंतर से, जो विदेशी सरजमीं पर भारत की अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट जीत बन गई।
गिल के बल्ले ने मचाया कोहराम
कप्तान गिल ने नेतृत्व ही नहीं, बल्कि बल्ले से भी इंग्लैंड को सांस लेने का मौका नहीं दिया। उन्होंने पहली पारी में 269 रन ठोक डाले, जिसमें 32 चौके और 4 छक्के शामिल थे। इसके बाद दूसरी पारी में भी 161 रनों की बेहतरीन पारी खेली। गिल टेस्ट इतिहास में ऐसे पहले बल्लेबाज बने, जिन्होंने एक ही टेस्ट में 250+ और 150+ रनों की पारियां खेलीं। उनकी इस दोहरी धाकड़ परफॉर्मेंस ने भारतीय टीम को विशाल बढ़त दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की ओर कदम
गिल का इस सीरीज में अब तक का फॉर्म देखने लायक है। उन्होंने दो टेस्ट में 585 रन बना दिए हैं और उनका औसत 146.25 पहुंच चुका है। क्रिकेट प्रेमियों की नजर अब इस बात पर टिक गई है कि क्या वह डॉन ब्रैडमैन के 90 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे। ब्रैडमैन ने एक एशेज सीरीज (1930) में 974 रन बनाए थे, जो आज तक एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड है। शुभमन गिल की लय देखकर उम्मीद की जा रही है कि वह इस ऐतिहासिक आंकड़े को चुनौती दे सकते हैं।
भारत की विदेश में सबसे बड़ी जीत
336 रन से इंग्लैंड को हराकर टीम इंडिया ने विदेश में अपनी सबसे बड़ी टेस्ट जीत का नया कीर्तिमान बनाया। इससे पहले 2019 में वेस्टइंडीज को भारत ने 318 रन से हराया था। लेकिन एजबेस्टन की इस जीत ने ना सिर्फ उस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक नया आत्मविश्वास भी पैदा कर दिया।
शुभमन गिल ने मैदान पर अपनी रणनीति, प्लेइंग इलेवन में सही संतुलन और गेंदबाजों के सटीक उपयोग से यह साबित कर दिया कि उनमें लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभालने की काबिलियत है। जिस तरह उन्होंने दबाव के बीच फैसले लिए, वह किसी अनुभवी कप्तान जैसा ही नजर आया।