राजस्थान एसआई भर्ती 2021 में गड़बड़ी की जांच जारी है। अब तक 55 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। सरकार परीक्षा रद्द नहीं करना चाहती। हाई कोर्ट 7 जुलाई को अंतिम फैसला सुनाएगा। प्रशिक्षण पर फिलहाल रोक जारी है।
Rajasthan SI: राजस्थान सरकार ने हाई कोर्ट में स्पष्ट किया है कि वह एसआई भर्ती 2021 परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहती। सरकार का कहना है कि जांच प्रक्रिया अब भी जारी है और पूरी परीक्षा को रद्द करना गलत होगा। अब तक एसओजी 55 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। हाई कोर्ट इस मामले में 7 जुलाई 2025 को अंतिम सुनवाई करेगा। meanwhile, प्रशिक्षण पर लगी रोक अब भी जारी है।
सरकार ने दी हाई कोर्ट को पूरी जानकारी
राजस्थान सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह वर्ष 2021 में हुई सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा को रद्द करने के पक्ष में नहीं है। सरकार ने इस संबंध में राजस्थान हाई कोर्ट में अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि यह निर्णय जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता। सरकार की ओर से कहा गया है कि एसआई भर्ती से जुड़े मामले की जांच फिलहाल एसओजी (Special Operations Group) द्वारा की जा रही है और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक परीक्षा को रद्द करना हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ अन्याय होगा।
हाई कोर्ट में हुई अहम सुनवाई
इस मामले में राजस्थान हाई कोर्ट में 1 जुलाई 2025 को सुनवाई हुई। सुनवाई जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ में की गई। सरकार की ओर से महाधिवक्ता (Advocate General) राजेंद्र प्रसाद ने अदालत को जानकारी दी कि भर्ती में हुई गड़बड़ियों की जांच जारी है और अब तक की जांच के आधार पर 55 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रिपोर्ट के अनुसार रद्द करने की सिफारिश नहीं
सरकार ने यह भी बताया कि एक विशेष सब-कमेटी बनाई गई थी जिसने भर्ती से जुड़ी स्थिति का परीक्षण किया है। इस कमेटी की रिपोर्ट में भी यह सुझाव दिया गया है कि पूरी परीक्षा को रद्द करना जरूरी नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, जिन अभ्यर्थियों का चयन सही प्रक्रिया के तहत हुआ है और जो प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें परीक्षा रद्द होने की स्थिति में भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
प्रशिक्षण पर अभी भी लगी है रोक
गौरतलब है कि राजस्थान हाई कोर्ट ने 10 जनवरी 2025 को इस भर्ती प्रक्रिया में चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण पर रोक लगा दी थी। यह रोक अभी भी जारी है। जब तक अदालत इस मामले में अंतिम निर्णय नहीं देती, तब तक अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण नहीं दिया जा सकता। यह रोक परीक्षा में सामने आए फर्जीवाड़े और पेपर लीक के आरोपों के बाद लगाई गई थी।
एसओजी की कार्रवाई में अब तक 55 गिरफ्तार
Special Operations Group (SOG) की जांच में अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये वे लोग हैं जो कथित रूप से पेपर लीक, डमी कैंडिडेट बैठाने और परीक्षा में धांधली जैसे मामलों में शामिल थे। पुलिस का अनुमान है कि इस घोटाले में लगभग 300 लोग शामिल हो सकते हैं।
जांच एजेंसी का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए तथ्य सामने आ रहे हैं और गिरफ्तारियां भी हो रही हैं। एसओजी की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ अभ्यर्थियों ने पैसे देकर परीक्षा पास करने की कोशिश की थी, जबकि कुछ ने अन्य लोगों को अपने स्थान पर परीक्षा में बैठाया।