गुजरात के महेमदाबाद में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर एशिया का सबसे बड़ा गणेश मंदिर है। यहां 56 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा विराजमान है, जो मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर से भी बड़ी है। यह मंदिर धार्मिक आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का प्रमुख स्थल बन गया है।
Asia’s Largest Ganesha Temple: अहमदाबाद के पास महेमदाबाद में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर एशिया का सबसे बड़ा गणेश मंदिर माना जाता है। 7 मार्च 2011 को इसके निर्माण का शिलान्यास हुआ था। मंदिर 6 लाख स्क्वायर फीट में फैला है और गर्भ गृह में गणेश जी की 56 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है। मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर की तुलना में यह आकार में कई गुना बड़ा है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु यहां भगवान गणेश के दर्शन और आशीर्वाद के लिए आते हैं, जिससे यह गुजरात के धार्मिक और पर्यटन मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
मंदिर की विशालता
महत्वपूर्ण बात यह है कि महेमदाबाद का यह सिद्धिविनायक मंदिर एशिया के सबसे बड़े गणेश मंदिर के रूप में जाना जाता है। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान गणेश की प्रतिमा 56 फीट ऊंची है। इस विशाल प्रतिमा को देखकर भक्त और पर्यटक दोनों ही दंग रह जाते हैं। मंदिर 6 लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में फैला हुआ है और जमीन से 20 फीट ऊंचाई पर स्थित है। इसकी स्थापत्य कला और विशालता इसे देशभर में विशिष्ट पहचान देती है।
इस मंदिर का शिलान्यास 7 मार्च 2011 को किया गया था और तब से लेकर अब यह श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख आस्था का केंद्र बन चुका है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु यहां भगवान गणेश के दर्शन के लिए आते हैं और गणेश चतुर्थी जैसे विशेष अवसरों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है।
सिद्धिविनायक मंदिर: आस्था और आकर्षण का केंद्र
गुजरात पहले से ही कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। जैसे सोमनाथ, अंबाजी, पावागढ़ और अक्षरधाम मंदिर। इन स्थलों में अब महेमदाबाद का यह विशाल सिद्धिविनायक मंदिर भी शामिल हो गया है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी भव्यता और वास्तुकला के कारण पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। श्रद्धालु यहां आकर अपार शांति और आशीर्वाद का अनुभव करते हैं।
मंदिर परिसर में सुव्यवस्थित मार्ग और आकर्षक गेट डिजाइन की वजह से श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा मंदिर के चारों ओर साफ-सफाई और हरियाली बनाए रखने का विशेष ध्यान रखा गया है। इससे मंदिर में आने वाले हर भक्त को धार्मिक अनुभव के साथ साथ शांति और सुकून भी मिलता है।
मुंबई के सिद्धिविनायक से तुलना
मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर अपने स्थान और इतिहास के कारण प्रसिद्ध है, लेकिन आकार और प्रतिमा की ऊंचाई के मामले में महेमदाबाद का यह मंदिर उससे कई गुना बड़ा है। महेमदाबाद मंदिर की 56 फीट ऊंची प्रतिमा इसे एशिया का सबसे बड़ा गणेश मंदिर बनाती है। मंदिर की विशालता, डिजाइन और आस्था को देखकर देश-विदेश से लोग यहां आने का मन बनाते हैं।
धार्मिक और पर्यटन केंद्र
इस मंदिर का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं है। अपनी वास्तुकला और विशालता के कारण यह एक प्रमुख दर्शनीय स्थल भी बन चुका है। श्रद्धालु और पर्यटक दोनों ही यहां मंदिर के दर्शन और फोटो लेने आते हैं। आसपास के क्षेत्र में मंदिर के कारण आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिला है।