28वीं आईटीटीएफ-एटीटीयू एशियाई टीम टेबल टेनिस चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में रविवार को हांगकांग ने भारत को 3-0 से करारी शिकस्त दी। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर होने के बावजूद भारतीय पुरुष टीम को हांगकांग, जो वर्तमान में छठे स्थान पर है, के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत की पुरुष टेबल टेनिस टीम को रविवार को 28वीं आईटीटीएफ-एटीटीयू एशियाई टीम चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हांगकांग से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर रहने के बावजूद, भारत पर छठवें स्थान की टीम हांगकांग ने आसानी से जीत हासिल की। पिछले तीन चरणों में लगातार कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम को इस बार कठिन संघर्ष करना पड़ा। अब भारत का मुकाबला पाँचवें स्थान के लिए क्लासिफिकेशन दौर में कोरिया से होगा।
भारत vs हांगकांग: मैच का संक्षिप्त विवरण
क्वार्टर फाइनल का पहला मैच मानुष शाह और हांगकांग के वोंग चुन टिंग के बीच खेला गया। वोंग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मानुष को 11-5, 11-9, 13-11 से हराया। इस जीत के साथ हांगकांग ने शुरुआत में ही 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। दूसरे मैच में भारत के सबसे अनुभवी खिलाड़ी मानव ठक्कर (विश्व रैंकिंग नंबर 39) ने चैन बाल्डविन के खिलाफ दो गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी की। लेकिन निर्णायक गेम में उनकी कमजोरी का फायदा उठाते हुए हांगकांग ने 2-0 की बढ़त बना ली।
तीसरे और निर्णायक मैच में युवा अंकुर भट्टाचार्य ने हांगकांग के लैम सिउ हैंग के खिलाफ दो गेम जीतकर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई। लेकिन लैम सिउ हैंग के अनुभव और रणनीति के आगे भारत पूरी तरह टिक नहीं सका और हांगकांग ने क्लीन स्वीप करते हुए क्वार्टर फाइनल में अपनी जीत दर्ज की।
भारत की चुनौती
भारत ने पिछले तीन चरणों में लगातार कांस्य पदक जीते हैं और इस बार भी टीम से उम्मीदें ऊँची थीं। लेकिन इस बार हांगकांग के अनुभव और समर्पित प्रदर्शन के आगे भारतीय खिलाड़ी संघर्ष करते नजर आए। अब भारत पांचवें स्थान के लिए क्लासिफिकेशन राउंड में कोरिया से भिड़ेगा। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए एक मौका है कि वे अपनी असली क्षमता दिखाएं और टूर्नामेंट में सम्मानजनक स्थान हासिल करें।
हांगकांग ने इस मुकाबले में अपनी तकनीक और अनुभव का बेहतरीन इस्तेमाल किया। पहले मैच से लेकर तीसरे मैच तक उन्होंने लगातार दबाव बनाए रखा। वोंग चुन टिंग और लैम सिउ हैंग के निर्णायक खेल ने यह साबित किया कि हांगकांग टीम में क्लास और सामरिक समझ है। हांगकांग के इस क्लीन स्वीप ने एशियाई टीम चैंपियनशिप में उनकी मजबूती को भी दिखा दिया। क्वार्टर फाइनल में जापान ने भी दक्षिण कोरिया को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।