पाकिस्तान के शीर्ष भाला फेंक एथलीट अरशद नदीम के कोच सलमान इकबाल को देश की एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान (PAAF) ने आजीवन प्रतिबंधित कर दिया है। फेडरेशन ने यह कार्रवाई पंजाब एथलेटिक्स एसोसिएशन के संविधान के उल्लंघन के आरोप में की है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: पाकिस्तान के शीर्ष भाला फेंक एथलीट अरशद नदीम के कोच सलमान इकबाल को पाकिस्तान एथलेटिक्स फेडरेशन (PAAF) ने आजीवन प्रतिबंधित कर दिया है। फेडरेशन ने यह कार्रवाई पंजाब एथलेटिक्स एसोसिएशन के संविधान का उल्लंघन करने के आरोप में की है, जहां सलमान इकबाल अध्यक्ष के पद पर थे। इस फैसले के बाद सलमान अब किसी भी स्तर पर एथलेटिक्स गतिविधियों, कोचिंग या प्रशासनिक भूमिका में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
सलमान इकबाल की देखरेख में ही अरशद ने 2024 में पेरिस में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। उनके प्रतिबंध के कारण अब पाकिस्तान के ओलंपिक मेडल दावेदार को अपने मुख्य कोच से वंचित होना पड़ा है, जो उनके करियर की तैयारी और आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स पर असर डाल सकता है।
क्या है मामला?
फेडरेशन के मुताबिक, सलमान इकबाल ने अगस्त 2025 में पंजाब एथलेटिक्स एसोसिएशन के चुनाव आयोजित किए, जो संगठन के नियमों के खिलाफ थे। इस मामले की जांच के लिए सितंबर के मध्य में एक जांच समिति गठित की गई थी। 10 अक्टूबर को जांच समिति ने सलमान इकबाल पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की।
फेडरेशन का कहना है कि इकबाल का यह कदम संगठन के संविधान का उल्लंघन था और इसे अनुशासनहीन आचरण माना गया। इसी के आधार पर PAAF ने कोच पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।
इकबाल ने खोले कई चौंकाने वाले पहलू
इस फैसले का एक और पहलू टोक्यो में हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप से भी जुड़ा माना जा रहा है, जहां अरशद नदीम का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा था। इस प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (PSB) ने कोच सलमान इकबाल से जवाब मांगा था। साथ ही फेडरेशन ने अरशद के प्रशिक्षण और यात्रा पर खर्च हुए पैसों का विवरण भी मांगा।
सलमान इकबाल ने अपने जवाब में कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से पाकिस्तान एमेच्योर एथलेटिक्स फेडरेशन ने अरशद नदीम से पूरी तरह किनारा कर लिया था। उनकी ट्रेनिंग, रिहैब और विदेशी कैंप का कोई खर्च फेडरेशन ने नहीं उठाया।
सलमान ने यह भी बताया कि उन्हें अरशद की ट्रेनिंग और रिहैबिलिटेशन के लिए अपने दोस्तों से आर्थिक मदद लेनी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका में अरशद की ट्रेनिंग और मसल चोट के बाद रिकवरी कार्यक्रम का खर्च उन्होंने स्वयं उठाया। उनके इस बयान ने फेडरेशन अधिकारियों को नाराज कर दिया और इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई।