Euro Pratik Sales का ₹451.32 करोड़ का IPO पहले दिन 23% सब्सक्राइब हुआ। NII ने 44% और रिटेल निवेशकों ने 22% बोली लगाई, जबकि QIB हिस्से को 8% सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी ने एंकर निवेशकों से ₹135 करोड़ जुटाए और शेयर 23 सितंबर को BSE व NSE पर सूचीबद्ध होंगे।
Euro Pratik Sales IPO: सजावटी वॉल पैनल बनाने वाली Euro Pratik Sales का ₹451.32 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) आधारित IPO 16 सितंबर 2025 को खुला, जो पहले दिन 23% सब्सक्राइब हुआ। NSE के आंकड़ों के मुताबिक, 1.34 करोड़ शेयरों के मुकाबले 31.25 लाख शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। NII और रिटेल निवेशकों ने सबसे अधिक उत्साह दिखाया। इस IPO का प्राइस बैंड ₹235-₹247 प्रति शेयर तय किया गया है और इसका सब्सक्रिप्शन 18 सितंबर तक जारी रहेगा।
किस कोटे में कितना सब्सक्रिप्शन मिला
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई और उनके हिस्से को 44 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला। रिटेल निवेशकों (RIIs) ने भी उत्साह दिखाया और उनका हिस्सा 22 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ। वहीं, योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) का हिस्सा पहले दिन सिर्फ 8 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ।
पब्लिक इश्यू खुलने से ठीक पहले ही कंपनी ने एंकर निवेशकों से 135 करोड़ रुपये जुटा लिए थे, जिससे बाजार में कंपनी को लेकर भरोसा और बढ़ा।
कितने का है इश्यू और क्या है प्राइस बैंड
Euro Pratik Sales का यह IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसमें कंपनी कोई नया शेयर जारी नहीं कर रही है। इस इश्यू के जरिए प्रमोटर्स कुल 451.32 करोड़ रुपये जुटाएंगे। प्राइस बैंड 235 रुपये से 247 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
कंपनी का बिजनेस मॉडल और प्रोडक्ट्स
Euro Pratik Sales देश के सजावटी वॉल पैनल उद्योग की प्रमुख कंपनी है। यह अपने फ्लैगशिप ब्रांड 'Euro Pratik' और 'Gloirio' के तहत आवासीय और व्यावसायिक उपयोग के लिए प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराती है।
कंपनी का काम करने का तरीका 'एसेट-लाइट मॉडल' पर आधारित है। इसका मतलब है कि कंपनी खुद मैन्युफैक्चरिंग नहीं करती बल्कि दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका में अपने कॉन्ट्रैक्ट पार्टनर्स से प्रोडक्शन करवाती है। इस तरह कंपनी उत्पादन पर बड़ा खर्च बचाती है और सीधे डिजाइन, गुणवत्ता और मार्केटिंग पर ध्यान केंद्रित करती है।
अलॉटमेंट और लिस्टिंग की पूरी टाइमलाइन
कंपनी के शेयरों का अलॉटमेंट शुक्रवार, 19 सितंबर को फाइनल होने की संभावना है। इसके बाद, जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलेंगे, उनके लिए रिफंड की प्रक्रिया सोमवार, 22 सितंबर से शुरू होगी। इसी दिन जिन निवेशकों को शेयर अलॉट होंगे, उनके डीमैट अकाउंट में शेयर जमा कर दिए जाएंगे।
कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग मंगलवार, 23 सितंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर होने की उम्मीद है। बाजार विशेषज्ञों की निगाहें इस लिस्टिंग पर टिकी हैं क्योंकि पहले ही दिन मिले मजबूत रिस्पॉन्स ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है।
आईपीओ को लेकर बाजार में बढ़ा उत्साह
बाजार जानकारों का मानना है कि सजावटी वॉल पैनल उद्योग में Euro Pratik Sales की मजबूत पकड़ और ब्रांड पहचान ने निवेशकों को आकर्षित किया है। खासकर गैर-संस्थागत और रिटेल निवेशकों ने पहले दिन जो तेजी दिखाई है, वह आने वाले दिनों में इस IPO को और मजबूत समर्थन दिला सकती है।
कंपनी पहले से ही इस सेक्टर में स्थापित नाम है और उसके उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि निवेशकों ने पहले दिन से ही इस इश्यू पर भरोसा जताया।