भारत की प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy एक बार फिर सुर्खियों में है। कंपनी अब 10,000 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाने की तैयारी में है। इस कदम को कंपनी के विस्तार और बिजनेस स्ट्रेंथनिंग के लिए अहम माना जा रहा है।
बिजनेस न्यूज़: फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) एक बार फिर चर्चा में है। कंपनी अब 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इस प्रस्ताव को 7 नवंबर को कंपनी के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम स्विगी के IPO से पहले की रणनीतिक तैयारी हो सकता है, जिससे कंपनी बैलेंस शीट मजबूत कर सके और अपने नए बिजनेस मॉडल का विस्तार कर सके।
कंपनी ने बताया कि यह फंड क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) या अन्य पब्लिक और प्राइवेट ऑफरिंग्स के जरिए एक या एक से अधिक राउंड में जुटाया जाएगा। हालांकि, अभी शेयरहोल्डर्स की मंजूरी और रेगुलेटरी क्लीयरेंस बाकी है। फिलहाल, स्विगी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
फंडिंग का तरीका
स्विगी ने कहा है कि यह फंड क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) या अन्य पब्लिक और प्राइवेट ऑफरिंग्स के जरिए एक या अधिक राउंड में जुटाया जाएगा। हालांकि, इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए शेयरहोल्डर्स की मंजूरी और रेगुलेटरी क्लीयरेंस अभी बाकी है। फिलहाल, स्विगी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
वित्तीय और रणनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बड़ी कंपनियां आम तौर पर इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स और म्यूचुअल फंड्स से कैपिटल जुटाने के लिए QIP रूट का इस्तेमाल करती हैं।
वित्तीय स्थिति: घाटा घटाने और रेवेन्यू बढ़ाने की कोशिशें

जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में स्विगी का नेट लॉस 1,092 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 626 करोड़ रुपये था। हालांकि, कंपनी के ऑपरेशंस से रेवेन्यू में तेजी देखने को मिली, जो 3,601 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,561 करोड़ रुपये हो गया। इससे स्पष्ट है कि स्विगी लगातार बिजनेस वॉल्यूम बढ़ा रही है, भले ही फिलहाल घाटा बना हुआ हो। कंपनी ने अपने निवेश और ऑपरेशनल सुधारों के जरिए लंबी अवधि में लाभप्रदता बढ़ाने की रणनीति बनाई है।
स्विगी का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 401.60 रुपये पर बंद हुआ। 2025 में अब तक शेयर करीब 26% गिर चुका है। इसके बावजूद ब्रोकरेज हाउस और मार्केट विश्लेषक स्विगी के भविष्य को सकारात्मक मान रहे हैं। ICICI Securities ने स्विगी शेयर पर ‘Buy’ रेटिंग देते हुए 740 रुपये का टारगेट रखा है। Motilal Oswal ने शेयर के लिए 550 रुपये का टारगेट तय किया है।
बिजनेस री-स्ट्रक्चरिंग और नए प्लान्स
स्विगी ने अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस इंस्टामार्ट को अलग यूनिट Swiggy Instamart Private Limited में ट्रांसफर किया है। यह अब स्विगी की 100% सब्सिडियरी होगी। बोर्ड ने इस कदम को सितंबर 2025 में मंजूरी दी थी। साथ ही, कंपनी ने बाइक-टैक्सी सर्विस Rapido में अपनी पूरी हिस्सेदारी 2,400 करोड़ रुपये में बेच दी। स्विगी ने अप्रैल 2022 में Rapido में 12% हिस्सेदारी करीब 1,000 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ये कदम स्विगी की केंद्रित बिजनेस रणनीति को दर्शाते हैं, जहां कंपनी अपने मुख्य फूड डिलीवरी बिजनेस पर फोकस बढ़ा रही है और गैर-मुख्य निवेशों को मोनेटाइज कर रही है।













