हेडिंग्ले टेस्ट में बुमराह और रूट की भिड़ंत होगी रोमांचक। बुमराह ने रूट को 9 बार किया आउट, लेकिन रूट का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड भी बेहद दमदार है।
joe root vs jasprit bumrah: भारत और इंग्लैंड के बीच आज से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के नए चक्र की शुरुआत हो रही है। इस बहुप्रतीक्षित टेस्ट सीरीज़ का पहला मुकाबला इंग्लैंड के लीड्स स्थित हेडिंग्ले मैदान पर खेला जा रहा है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज भले ही टीम इंडिया से इस बार नदारद हैं, लेकिन भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह तैयार है इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी क्रम को चुनौती देने के लिए। खासतौर पर एक मुकाबला सबकी नजरों में है—जसप्रीत बुमराह बनाम जो रूट।
बुमराह बनाम रूट: एक हाई-वोल्टेज टकराव
जसप्रीत बुमराह और जो रूट के बीच टेस्ट क्रिकेट में अब तक कुल 24 बार आमना-सामना हुआ है, और यह मुकाबला हमेशा दिलचस्प रहा है। बुमराह ने इस दौरान रूट को 9 बार आउट किया है, जो कि यह बताने के लिए काफी है कि इंग्लिश बैटर को भारतीय पेसर की गेंदें कितना परेशान करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि रूट ने बुमराह की कुल 559 गेंदों का सामना किया है, जिसमें उन्होंने 286 रन बनाए, लेकिन 411 गेंदों पर कोई रन नहीं बना पाए। इससे पता चलता है कि बुमराह ने रूट को काफी हद तक दबाव में रखा है।
आंकड़ों की नजर से
रूट का बुमराह के खिलाफ स्ट्राइक रेट मात्र 51.16 का रहा है, और औसत 31.77 का है—जो रूट जैसे खिलाड़ी के लिए औसत से कम ही माना जाएगा। बुमराह ने न सिर्फ उन्हें बांधकर रखा है, बल्कि विकेट भी झटके हैं। बुमराह के बाद पैट कमिंस (11 बार) और जोश हेजलवुड (10 बार) ने ही रूट को टेस्ट में उनसे ज्यादा बार आउट किया है।
रूट: भारत के खिलाफ सबसे भरोसेमंद नाम
हालांकि बुमराह के खिलाफ रूट का रिकॉर्ड थोड़ा कमजोर जरूर है, लेकिन भारत के खिलाफ उनका समग्र रिकॉर्ड बेहद शानदार है। अब तक भारत के खिलाफ उन्होंने 30 टेस्ट की 55 पारियों में 2846 रन बनाए हैं, जो कि किसी भी इंग्लिश बल्लेबाज द्वारा भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा हैं। इस दौरान उन्होंने 10 शतक और 11 अर्धशतक जमाए हैं, और उनका औसत 58.08 का है।
हेडिंग्ले की अहमियत और रूट का कद
हेडिंग्ले इंग्लैंड का वो मैदान है जहां रूट को घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिल सकता है। रूट ने अब तक 153 टेस्ट मैचों में 13000 से अधिक रन बनाए हैं, और वह इंग्लैंड टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। ऐसे में वह युवा बल्लेबाजी लाइनअप को संबल देने का काम करेंगे।
बुमराह: भारतीय आक्रमण की रीढ़
दूसरी ओर, जसप्रीत बुमराह भारतीय गेंदबाजी की सबसे धारदार धार हैं। उनकी स्विंग, सीम मूवमेंट और पेस का अनोखा मिश्रण किसी भी बल्लेबाज को परेशान करने के लिए काफी है। बुमराह की वापसी के बाद भारतीय गेंदबाजी और भी खतरनाक हो गई है। पिछले कुछ सालों में उन्होंने विदेशों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, खासकर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में।
दोनों की रणनीति क्या हो सकती है?
इस मुकाबले में जहां रूट की कोशिश होगी कि वह शुरुआती झटकों से टीम को बाहर निकालें और लंबी पारी खेलें, वहीं बुमराह हर हाल में उन्हें जल्दी आउट कर इंग्लैंड की रीढ़ तोड़ने की कोशिश करेंगे। भारतीय कप्तान शुभमन गिल भी जानते हैं कि रूट को जल्दी आउट करना मैच का रुख बदल सकता है।
युवा टीम इंडिया को चाहिए शुरुआती बढ़त
भारत की इस टीम में अनुभव भले ही कम हो, लेकिन जोश और टैलेंट की कोई कमी नहीं है। बुमराह, सिराज, शार्दूल और रविचंद्रन अश्विन जैसे गेंदबाज इंग्लैंड को शुरुआती झटके देने की क्षमता रखते हैं। दूसरी ओर, रूट की पारी अगर लंबी चली तो भारत को मैच में पकड़ बनाना मुश्किल हो सकता है।