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करुण नायर और जितेश शर्मा का बड़ा कदम: घरेलू क्रिकेट में बदली टीम , अब नई टीमों के साथ नई शुरुआत

करुण नायर और जितेश शर्मा का बड़ा कदम: घरेलू क्रिकेट में बदली टीम , अब नई टीमों के साथ नई शुरुआत

करुण नायर और जितेश शर्मा ने घरेलू क्रिकेट में बड़ा फैसला लेते हुए विदर्भ की टीम छोड़ दी है। नायर कर्नाटक और जितेश बड़ौदा से खेलेंगे। दोनों ने विदर्भ के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। 

Cricket: भारतीय घरेलू क्रिकेट में दो बड़े नामों ने अचानक अपने करियर को नई दिशा देने का फैसला लिया है। अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर और विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा अब अपनी पुरानी टीम विदर्भ से अलग होकर नई टीमों के साथ जुड़ने जा रहे हैं। यह बदलाव सिर्फ खिलाड़ियों के व्यक्तिगत फैसले नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेट के संतुलन को भी प्रभावित कर सकते हैं।

क्यों बदली टीम? जानिए कारण

क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, करुण नायर और जितेश शर्मा दोनों ही खिलाड़ी 2025-26 घरेलू सत्र से अलग-अलग राज्यों की टीमों से खेलने जा रहे हैं। करुण नायर कर्नाटक की टीम में वापसी करने जा रहे हैं, जबकि जितेश शर्मा बड़ौदा की ओर से खेलते नजर आएंगे।

करुण नायर ने पहले भी कर्नाटक के लिए खेला है, लेकिन 2023-24 सीज़न से पहले उन्होंने कर्नाटक को छोड़कर विदर्भ का दामन थामा था। अब एक बार फिर वह कर्नाटक लौटने को तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार, यह फैसला उन्होंने व्यक्तिगत और पारिवारिक कारणों से लिया है। दूसरी ओर, जितेश शर्मा एक नए सफर की शुरुआत बड़ौदा के साथ करना चाहते हैं, जहां उन्हें बतौर सीनियर खिलाड़ी एक नई भूमिका निभाने का मौका मिल सकता है।

विदर्भ में दमदार रहा प्रदर्शन

करुण नायर और जितेश शर्मा दोनों ही विदर्भ की सफलता में रीढ़ की हड्डी साबित हुए थे। 2024-25 सीजन विदर्भ के लिए बेहतरीन रहा। टीम ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर खिताब जीता, विजय हजारे ट्रॉफी में उपविजेता रही और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची।

करुण नायर इस सफलता के बड़े हीरो थे। उन्होंने रणजी ट्रॉफी के 9 मैचों में कुल 863 रन बनाए, जिसमें चार शानदार शतक शामिल थे। वहीं विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 779 रन बनाए और मिडिल ऑर्डर को मजबूती दी।

जितेश शर्मा ने भी बल्ले और कप्तानी दोनों से विदर्भ को मजबूती दी। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम की कप्तानी की और विजय हजारे ट्रॉफी में भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।

भारतीय टीम में हुई करुण नायर की वापसी

करुण नायर का फॉर्म केवल घरेलू स्तर तक सीमित नहीं रहा। विदर्भ की ओर से खेले प्रदर्शन ने उन्हें फिर से चर्चा में ला दिया और आठ साल बाद उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में वापसी का मौका मिला। इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें टेस्ट स्क्वाड में शामिल किया गया है। उन्होंने भारत के लिए अब तक 6 टेस्ट मैच खेले हैं और 374 रन बनाए हैं। खास बात यह है कि इन पारियों में उनके नाम एक तिहरा शतक भी दर्ज है, जो उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के ही खिलाफ चेन्नई टेस्ट में बनाया था।

उनकी वापसी न सिर्फ अनुभव के तौर पर भारतीय टीम को फायदा देगी, बल्कि नंबर-3 या मिडिल ऑर्डर में स्थिरता भी ला सकती है।

जितेश शर्मा: आक्रामक बल्लेबाज की नई शुरुआत

वहीं दूसरी ओर, जितेश शर्मा पिछले कुछ सीज़न में एक बेहद प्रभावशाली बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में उभरे हैं। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में विदर्भ की कप्तानी की, वहीं विजय हजारे ट्रॉफी में भी कई उपयोगी पारियां खेलीं।

आईपीएल 2025 में आरसीबी की ओर से खेलते हुए उन्होंने टीम को पहली बार खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। लिस्ट-ए क्रिकेट में उनके नाम 56 मैचों में 1533 रन और दो शतक दर्ज हैं। वहीं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 661 रन बनाए हैं।

अब वह बड़ौदा की टीम से जुड़ रहे हैं, जहां उन्हें एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में देखा जा रहा है। यह टीम लंबे समय से एक अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज की तलाश में थी और जितेश उस भूमिका में फिट बैठ सकते हैं।

घरेलू क्रिकेट पर असर

इन दोनों खिलाड़ियों के स्थानांतरण से घरेलू क्रिकेट के समीकरणों में बड़ा बदलाव आ सकता है। कर्नाटक जैसी मजबूत टीम को करुण नायर का अनुभव एक बार फिर मजबूती देगा, वहीं बड़ौदा को जितेश शर्मा जैसे आक्रामक बल्लेबाज और अनुभवी विकेटकीपर का साथ मिलेगा।

विदर्भ के लिए यह नुकसान हो सकता है, क्योंकि इन दोनों खिलाड़ियों ने पिछले सीजन में टीम को कई मैच जिताए थे। अब विदर्भ को नए विकल्प तलाशने होंगे और अपनी बैलेंस टीम तैयार करनी होगी।

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